Nov 27, 2016
हरदा। पीएम मोदी ने रविवार को 26वीं बार देश से मन की बात करते हुए नोटबंदी के अलावा सीमा पर सैनिकों के साथ मनाई दिवाली और कश्मीर में स्कूल जलाने की घटनाओं पर बात की। लेकिन इन सब के बीच में उनका जोर नोटबंदी से हो रही लोगों की परेशानी और उन घटनाओं पर ज्यादा रहा जिसने नोटबंदी के बावजूद ऐसे उदाहरण पेश किए जिससे लोगों में हौसला आया। इसी दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ ऐसे फोन कॉल का भी जिक्र किया और उनकी रिकॉर्डिंग सुनवाई जिसमें लोगों ने उनके इस कदम को सराहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने हरदा सिराली के आशिष पारे के फोन का भी जिक्र किया और उनकी रिकॉडिंग सुनवाई। आशीष ने प्रधानमंत्री के 500 और 1000 के नोट के खिलाफ लड़ाई को सराहा था।
आशिष पारे जिनकी उम्र 34 साल है खेती किसानी से जुड़े हुए व्यक्ति है। उन्होंने 'मन की बात' के लिए टोल फ्री नंबर का प्रयोग किया था। इसके साथ ही उन्होंने फोन पर कहा था कि मेरे जीवन का लक्ष्य है कि मैं अपने सभी लेन-देन ऑनलाइन ट्रांजिशन के माध्यम से करू। उनका कहना था यह किसानों के लिए फायदेमंद है क्योंकि जब पैसा हाथ में नहीं होता तो खर्च भी कम होता है जो किसानों के लिए सही है। आशीष ने पिछले एक साल से गैस सब्सिडी भी लेना छोड़ रखा है। इसके साथ ही वह सप्ताह में एक बार अपने मुहल्ले में झाडू भी लगाते है और ईंधन की बचत को लेकर काफी जागरूक है।