Oct 26, 2016
रायपुर/बस्तर। लाल सलाम का नारा बुलंद करने वालों के खिलाफ सुरक्षा एंजेसियां अपनी रणनीति बदलने की तैयारियों में जुट गई है। सुरक्षा एजेंसियां अब मिजोरम, असम और नगालैंड से ट्रेनिंग लेकर लौटे आत्मसमर्पित माओवादी को बड़े माओवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए तैयार कर रही है।
बस्तर रेंज के आईजी एसआरपी कल्लूरी के मुताबिक माओवादियों के बड़े लीडरों को निशाना बनाने के लिए ओडिशा, तेलंगाना, आन्ध्रप्रदेश और छत्तीसगढ़ की पुलिस ने मिलकर आपरेशन का ब्लूप्रिंट तैयार किया है। ओडिशा में हाल ही में हुई सुरक्षा एजेंसियों के आधिकारियों की बैठक में रणनीति को अंतिम रूप में दिया गया है। मोस्ट वांटेड टॉप लीडरों में गणपति, रमन्ना, पापाराव, गणेश उइके, श्याम जैसे करीब एक दर्जन माओवादियों शामिल हैं। उन्होंने बताया कि मिशन 2017 के तहत आधे से ज्यादा माओवादियों को खत्म कर दिया जाएगा। मोस्ट वांटेड टॉप लीडरों की जो सूची पुलिस ने तैयार की है उसमें अधिकतर इनामी नकस्ली हैं। आंतरिक सुरक्षा को दो सालों के भीतर पूरी तरह से मजबूत कर दिया जाएगा। बस्तर पुलिस ने आत्मसमर्पित माओवादियों की एक बड़ी फौज बस्तर में तैयार की है। इसके सहारे बस्तर की सबसे बड़ी समस्या नक्सलवाद के खात्मे की तैयारी पुलिस ने की है। माओवादियों के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाली ये फोर्स माओवादियों का बस्तर से पूरी तरह से सफाया कर देगी।
दरअसल, मिजोरम, असम और नगालैंंड से ट्रेनिंग लेकर लौटे आत्मसमर्पित माओवादियों की नई फोर्स डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड हाल ही में लौटी है। उच्च अधिकारियों से निर्देश मिलने के बाद फोर्स माओवादियों की टॉप लीडरशिप के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर देगी।