Jul 5, 2022
मध्य प्रदेश में बिजली के रेट बढ़ने से उपभोक्ताओं को झटका लगा है जुलाई माह में बिजली के दामों में 10 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी हुई है। दरअसल बिजली वितरण कंपनियों की माँग पर मप्र विद्युत नियामक आयोग ने FCA में 10 पैसे की बढ़ा दिया है।यह दर 1 जुलाई से सितंबर तक प्रभावी रहेगी।
आख़िर ये FCA है क्या..
FCA (फ्यूल कास्ट एडजस्टमेंट) यानि ईंधन लागत समायोजन वह राशि है जो बिजली कंपनी ईंधन या कोयले की अलग-अलग कीमत के आधार पर बिल में लागू होने वाली अतिरिक्त राशि होती है। कोयला या ईंधन की कीमत मांग और आपूर्ति के आधार पर हर महीने बदलती है। इसके चलते बिजली उत्पादन की लागत भी बदल जाती है।इनका चार्ज उपभोक्ताओं पर लगाया जाता है। जो टैरिफ साल में एक बार तय होता है। वहीं FCA त्रैमासिक यानी तीन महीने पर निर्धारित होता है।