Mar 6, 2019
धर्मेन्द्र शर्मा- ग्वालियर शहर में पहली बार एक निजी अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट की सर्जरी की जायेगी। गजराराजा मेडिकल कॉलेज की कमेटी ने इसके लिए परमिशन दे दी है। दो मरीजों का एक ही अस्पताल में सर्जरी के द्वारा किडनी ट्रांसप्लांट किया जाना है। सर्जरी करने वाले नेफ्रोलॉजिस्ट एवं यूरोलॉजिस्ट भी शहर के ही होंगे। ऑपरेशन के लिए तैयारी शुरू हो चुकी है और मरीजों की रूटीन जांच की जा रही है।
चिकित्सकों की टीम एवं मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर हैं तैयार
किडनी फेल होने पर अंचल के रोगियों को ट्रांसप्लांटेशन के लिए गुजरात या दिल्ली जाना पड़ता था, मगर अब शहर में ही पड़ाव स्थित निजी अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट के लिए सर्जरी हो सकेगी। इसके लिए अस्पताल कुछ माह पहले ही राज्य शासन से अनुमति भी प्राप्त कर चुका है, हालांकि सर्जरी अब शुरू हो रही है। इसके लिए जरूरी चिकित्सकों की टीम एवं मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर अब तैयार हो चुके हैं। जीआरएमसी की एक्सपर्ट टीम ने अस्पताल का निरीक्षण कर ओके रिपोर्ट दी थी। इसके बाद अस्पताल को परमिशन मिली। अब अस्पताल में दो मरीजों के किडनी ट्रांसप्लांट के ऑपरेशन होना है। किडनी ट्रांसप्लाटेंशन के लिए वर्तमान में जीआरएमसी में भी व्यवस्था नहीं है, क्योंकि इसमें एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम होना जरूरी है। इसमें यूरोलॉजिस्ट, नेफ्रोलॉजिस्ट, सर्जन, एनएस्थेटिक के साथ ही करीब आधा दर्जन से अधिक डॉक्टरों की टीम होती है। साथ ही सर्जरी के लिए मॉड्यूलर ओटी भी होना जरूरी है। पड़ाव स्थित निजी अस्पताल को ही राज्य शासन ने इसकी अनुमति प्रदान की है।
दोनों मरीजों को इनकी मां ही कर रही किडनी डोनेट
गजराराजा मेडिकल कॉलेज, ग्वालियर के डीन डॉ. भरत जैन का कहना है कि ग्वालियर निवासी 22 वर्षीय वसीम खान और भिंड की रहने वाली लक्ष्मी त्रिपाठी द्वारा गजराराजा मेडिकल कॉलेज की स्क्रीनिंग कमेटी में इसके लिए आवेदन दिया गया था। मरीज़ ने पड़ाव स्थित निजी अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांटेशन की अनुमति मांगी थी, जो कमेटी ने दे दी है। इन दोनों मरीजों को इनकी मां किडनी डोनेट करेंगी।