Apr 29, 2023
वन्यजीव सलाहकार बोर्ड के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने वन अधिकारियों को अगले छह महीनों में गांधीसागर अभयारण्य को चीतों के आवास के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। चीतों राज्य का टैग बरकरार रखने के लिए गांधीसागर अभ्यारण्य को छह महीने के भीतर चीतों के लिए दूसरे घर के रूप में विकसित किया जाएगा। एक वरिष्ठ वन अधिकारी ने कहा कि वन्यजीव सलाहकार बोर्ड के साथ एक बैठक में, मुख्यमंत्री ने वन अधिकारियों को अगले छह महीनों में गांधीसागर अभयारण्य को चीतों के निवास स्थान के रूप में विकसित करने का निर्देश दिया। यह कदम विशेषज्ञों के सुझाव के बाद आया है कि कूनो नेशनल पार्क में सभी चीतों के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। इस पुरे मामले पर मुख्यमंत्री ने कहा है की इस प्रोजेक्ट के लिए 20 करोड़ रुपये भी दिए जाएंगे ताकि गांधीसागर सैंक्चुअरी का विकास चितो के हिसाब से किया जा सके। देश में से विलुप्त हो चुके चीतों को भारत में साउथ अफ्रीका के नामीबिया से लाया गया था। पिछले कुछ दिनों में दो चितों की मौत हो चुकी है जिसके बाद सरकार पूरी तरह से एक्टिव है क्युकी चितों का ये प्रोजेक्ट भारत के लिए महत्वपूर्ण बताया गया है और इसकी वजह से अब सरकार ने चितों के लिए दूसरा घर भी ढूढ़ लिया है।