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अभी-अभी:

अब मध्यप्रदेश में मंत्री आपस में ही भीड़ रहे है ? 

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May 26, 2023

सागर जिले से मध्यप्रदेश सरकार में 3 मंत्री आते है और हर मंत्री की यही मंशा रहती है की उसकी पकड़ उसके जिले में सबसे ज़्यादा हो. अब बात करे सागर जिले की तो इस वक़्त मध्यप्रदेश की राजनीति में सागर जिला हॉटटॉपिक बना हुआ है. सागर जिले में पावर शेयरिंग की वजह से यह भी कयास लगाए गए है की मध्यप्रदेश के बीजेपी संघठन में भी कुछ ठीक नहीं है क्युकी कुछ दिनों से मुख्यमंत्री निवास में वरिष्ठों का आना जाना बढ़ गया है. सूत्रों की माने तो कुछ बीजेपी के नेता जो मध्यप्रदेश की राजनीति के बड़े नाम है वो नाराज़ है. पिछले कुछ दिनों से मध्यप्रदेश सरकार के तीन माननीयों के नाम मीडिया में बने हुए है. इन तीन नामो में मंत्री भूपेंद्र सिंह , गोविन्द सिंह राजपूत और गोपाल भार्गव के नाम शामिल है. 

सागर जिले के ये तीन मंत्री चर्चा में क्यों ? 
मध्यप्रदेश की राजनीति में यह तीनो नाम  ही बड़े माने जाते है. गोपाल भार्गव , मध्यप्रदेश विधानसभा के सबसे वरिष्ठ विधायक है और भारतीय जनता पार्टी की स्थापना के समय से ही पार्टी के साथ है और आठ बार के विधायक है साथ ही मंत्री भी है. बात करे भूपेंद्र सिंह की तो वो भी मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री है और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के करीबी माने जाते है. वही गोविन्द सिंह राजपूत , सिंधिया ग्रुप के मंत्री है और अभी तीन साल पहले ही बीजेपी में आए है. यह तीनो ही सागर जिले से आते है और लड़ाई की वजह भी सागर जिले में 'कौन ज़्यादा पॉवरफुल' है. अब माना यह जा रहा है की सागर की धरती पर इस वक़्त भूपेंद्र सिंह ने अपना दबदबा बना लिया है और उनके अलावा वहां किसी की भी ख़ास चल नहीं पा रही. प्रशासन से लेकर पार्टी संगठन में भी भूपेंद्र सिंह की ही चल रही है ऐसी भी खबर है. अब इसी बात से बीजेपी के नेता उनसे ख़फ़ा चल रहे है और बताया तो यह भी गया है की नाराज़ नेताओं ने विधानसभा चुनाव के पहले अपनी नाराज़गी मुख्यमंत्री के सामने रख भी दी है. इस पुरे मामले के ऊपर अभी बीजेपी के नेता कुछ भी बोलने से बचते हुए दिख रहे है पर अब बात खुल कर सामने आ रही है की इस वक़्त मध्यप्रदेश बीजेपी आपसी समझ नहीं बैढा पा रही है जो की चुनाव से पहले बिलकुल भी अच्छे संकेत नहीं है.