Loading...
अभी-अभी:

भोपाल: जंगल की सुरक्षा करने वाले ही हरियाली उजाड़ रहे

image

Jan 3, 2023

जंगल की सुरक्षा करने वाले ही हरियाली उजाड़ रहे
वन बल प्रमुख की पत्नी कीर्ति गुप्ता पर आरोप
निजी मकान के सामने 38 हरे वृक्ष काट दिए 
कीर्ति गुप्ता पर एक लाख 90 हजार रुपये का अर्थदंड 
काटे गए वृक्षों के एवज में 4 गुना पौधारोपण का आदेश 

मध्य प्रदेश में जंगल की सुरक्षा करने वाले शहर की हरियाली उजाड़ रहे हैं। भोपाल में वन बल प्रमुख आरके गुप्ता के दानिशनगर स्थित निजी मकान के सामने 38 हरे वृक्ष काट दिए गए। मामले में नगर निगम भोपाल ने गुप्ता की पत्नी कीर्ति गुप्ता पर एक लाख 90 हजार रुपये का अर्थदंड लगाया है। नगर निगम ने काटे गए वृक्षों के एवज में चार गुना पौधारणेपण करने का आदेश दिया हैं। इधर बाग मुगलिया में एक स्कूल ने 100 से ज्यादा पेड़ काटे, लेकिन इस मामले में अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है।

दानिशनगर कालोनी स्थित मकान के सामने खड़े वृक्षों की कटाई के लिए कीर्ति गुप्ता ने नगर निगम से 13 मई 2022 को अनुमति मांगी थी, नगर निगम ने 68 वृक्षाें की स्वयं के व्यवस्था पर छंटाई की अनुमति दी। वृक्ष काटने बुलाए गए मजदूरों ने 29 नवंबर को 29 वृक्षों की कटाई एवं नौ वृक्षों की छंटाई कर दी।

भोपाल में मध्य प्रदेश के वन बल प्रमुख आरके गुप्ता के दानिशनगर स्थित निजी मकान के सामने 38 हरे वृक्ष काटने के मामले पर  नगर निगम भोपाल ने गुप्ता की पत्नी कीर्ति गुप्ता पर एक लाख 90 हजार रुपये का अर्थदंड लगाया है। वृक्ष अधिनियम के अनुसार किसी भी वृक्ष को काटने / छांटने के पूर्व वृक्षाधिकारी नगर निगम से अनुमति लेना आवश्यक होता है, जिसका उल्लंघन किया गया। इतना ही नहीं, मामला छिपाने के लिए वृक्षों को जला भी दिया गया। नगर निगम ने कीर्ति गुप्ता पर एक लाख 90 हजार रुपये का अर्थदंड लगाया है। प्रति वृक्ष पांच हजार रुपये के हिसाब से यह अर्थदंड अधिरोपित किया गया है। नगर निगम ने काटे गए वृक्षों के एवज में चार गुना पौधारणेपण करने एवं काटे गए वृक्षों की संपूर्ण लकड़ी निगम के टोर में जमा कराने का आदेश दिया हैं। इस मामले को स्वराज express ने प्रमुखता से दिखाया था| 

इधर बाग मुगलिया आसाराम नगर फेज 3 में एक स्कूल द्वारा 100 से ज्यादा पेड़ काटे जाने के मामले में अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है। इस मामले में 100 पेड़ काटे जाने का पंचनामा नगर निगम ने बनाया था। लेकिन अभी तक इस पर कोई कार्यवाई नहीं हुई है। कोलार में पेड़ काटे जाने के मामले में नगर निगम के फाइन वसूलने के आदेश से भी पर्यावरण प्रेमी खुश नहीं है दोनों ही मामले में नगर निगम पर पेड़ काटने वालों को संरक्षण देने का आरोप लगाया जा रहा है।