Oct 2, 2024
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में बनेगी पहली बॉयोसीएनजी , जो गाय के गोबर से बनेगी। इसके बनने से ग्वालियर नगर निगम के वाहन तो चलेंगे ही साथ ही इसको आम लोगों को प्रयोग के लिए देने की भी योजना है। ग्वालियर के सबसे बड़ी गौशाला लाल टिपारा में इस बॉयोसीएनजी प्लांट को तैयार किया गया है, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली किया। इस दौरान कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर सहित अन्य मंत्रीगण और अधिकारी मौजूद थे।
ग्वालियर बॉयोसीएनजी प्लांट पर स्वामी ऋषभ देवानंद ने क्या कहा
ग्वालियर की लाल टिपारा गौशाला प्रदेश की सबसे बड़ी गौशाला है, जिसका संचालन संतों को कुछ वर्ष पहले सौंपा गया था आज यह देश की सबसे आदर्श गौशाला बन गयी। इस गौशाला में अभी 9849 गौवंश का बसेरा है। हर रोज यहां 100 टन से ज्यादा गोबर निकलता है, जिससे 2 टन बॉयो सीएनजी प्लांट तैयार होगा। गौशाला से जुड़े स्वामी ऋषभ देवानंद ने कहा है, की यह मध्य प्रदेश में किसी गौशाला में होने वाली एक अनूठी पहल है।
बॉयोसीएनजी प्लांट की स्थापना में होंगे 31 करोड़ खर्च
यह मध्यप्रदेश में गोबर का प्रयोग करने वाला पहला बॉयोसीएनजी प्लांट है। ऐसे तो इंदौर में पहले से ही एक सीएनजी प्लान्ट हैं पर वहां गीले कचरे का उपयोग किया जाता है और इस प्लांट में सिर्फ गोबर का उपयोग होगा । बायो सीएनजी में 95 फीसदी मीथेन होता है। इस प्लांट को पूरा करने में लगभग 31 करोड़ का खर्च होंगे और यह खर्च इंडियन ऑयल कारपोरेशन ने उठाएगी ।