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मप्र विधानसभा में कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरूआत

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Dec 21, 2022

प्रजा पर हावी हो रहा है तंत्र विधायकों की सुनवाई नहीं

भोपाल. कई बरसों के बाद आज कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव पर सत्तारूढ भाजपा सरकार के खिलाफ ग्राहता की चर्चा शुरू हो गई है। प्रश्नकाल के बाद नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। विस अध्यक्ष गिरीश गौतम ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए अनूपूरक बजट के बाद का समय तय किया था। विपक्षी विधायकों ने खड़े होकर अविश्वास का समर्थन  किया। अपने भाषण की शुरुआत करते हुए डॉ. गोविंद सिंह ने कहा- आज पूरी तरह से सत्ता के घमंड में सीएम ने जनता से जुड़े मुद्दों को तिलांजलि दे दी। के विधायकों का उनकी सुनते नहीं है वे विधायकों का सम्मान नहीं करते। केन्द्रीय मंत्री गड़करी को छोड़ कोई पत्र का जवाब नहीं देता। अब प्रजा रह गई है और तंत्र हावी हो गया है। उन्होंने कहा सविदा और आउटसोर्स खत्म किया जाए। इस पर सीएम शिवराज ने उन्हें टोका ये बात सही नहीं है। आपकी जानकारी पर्याप्त नहीं है। डॉ. सिंह ने यह भी कहा दिग्विजय सिंह ने जो अधिकार पंचायती राज में दिए थे, वो छीनकर अधिकारियों के हवाले दे दिए। जनपद पंचायत, जिला पंचायत अधिकार हीन हो गए। विधानसभा की कार्रवाई लगातार कम होती जा रही है। सबसे कम समय विधानसभा चलाने का गोल्ड मेडल इस विधानसभा को मिलना चाहिए।

दूसरी तरफ प्रशासनिक गलियारों में भी अविश्वास प्रस्ताव की सरगर्मी है। सभी महकमों को अलर्ट पर रखा गया है छुट्टी लेने से भी अफसरों को मना किया गया था दो दिनों से मंत्रालय से लेकर विभागीय मुख्यालयों में अफसरों को सभी जरूरी जानकारियों से लैस रहने को कहा गया है। कल भी देर शाम तक महकमे जुटे रहे।

सरकार को घेरने का काम 23 कांग्रेस विधायकों को

विधानसभा में कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव के आरोप पत्र में शामिल मुद्दों पर मप्र सरकार के मंत्रियों को घेरने के लिए 23 विधायकों को जिम्मेदारी दी गई है। बताते हैं कि नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह ने महीनेभर पहले से इन विधायकों को तैयारी के लिये कह दिया था। 51 मुद्दों पर करीब 104 पेज का आरोप पत्र है। इससे पहले 2013 में तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई थी। डॉ. गोविन्द सिंह कोरोना आयुष्मान घोटाला, नर्सिंग कॉलेज घोटाला, एनपीएस घोटाला, महाकाल कॉरिडोर घोटाला पर बोलेंगे। इन मुद्दों पर हमलावर होगी कांग्रेसः पोषण आहार घोटाला, शराब की अवैध बिक्री, महाकाल लोक, ईओडब्ल्यू की भूमिका, नेताओं की सुरक्षा और सम्मान में चूक, विपक्ष के विधायकों से भेदभाव, आदिवासियों के हितों की रक्षा में असफलता, प्रदेश की खराब होती वित्तीय व्यवस्था, सरकार पर लगातार बढ़ते कर्ज, कारम डैम का फूटना, राम वन गमन पथ नष्ट करने आदि।

नरोत्तम बोले-अकील अस्वस्थ थे 

मिश्रा ने कहा आरिफ अकील अस्वस्थ थे, हम सबने उनके स्वस्थ होने की कामना की थी। इस पर बाला बच्चन ने कहा कि संसदीय कार्यमंत्री को शायद ये पता नहीं है कि आरिफ भाई रोज सदन में आ रहे हैं। सप्लीमेंट्री बजट भी आज पेश किया जाएगा। 16,306 करोड़ रुपए का द्वितीय अनुपूरक बजट को मंजूरी मिलेगी। अनुपूरक बजट पर चर्चा के लिए स्पीकर ने दो घंटे का समय तय किया है। इस बजट में कर्मचारियों की अंशदायी पेंशन के लिए एक हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।

अलर्ट पर हैं सरकारी महकमे

इससे पहले आज सदन की कारवाई शुरू होते ही निवाड़ी विधायक अनिल जैन ने जिले में वन विभाग द्वारा कराए गए काम को लेकर सवाल उठाए। निर्माण कार्यों की जांच कराने की मांग की। इस पर वनमंत्री विजय शाह ने कहा कोविड के कारण 5 काम बचे थे। जल्द पूरे करा दिए जाएं। स्पीकर ने कहा कि विधायक ने मौके पर काम न होने का मामला उठाया है, तो मंत्री ने कहा कि 5 दिन में जांच करा देंगे। वहीं बंडा विधायक धर्मेंद्र लोधी ने पारना जलाशय के निर्माण के लिए बार बार टेंडर निरस्त होने का मामला उठाया। जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि एक हफ्ते में भूमिपूजन करा दिया जाएगा।