Oct 22, 2024
Bhopal: मध्यप्रदेश में दो सीटों पर उपचुनाव होने जा रहे है. लेकिन प्रदेश में देखा जा रहा है की I.N.D.I.A गठबंधन की आपस में नहीं बन पाई. ऐसा इसिलिए है क्योंकि समाजवादी पार्टी ने बुधनी विधानसभा उपचुनाव को लेकर अपने प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है. ऐसे में अब कहा जा रहा है की लोकसभा का चुनाव साथ में लड़ने वाली कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की बात प्रदेश स्तरीय चुनावों में नहीं बन पाती है. जानकारी की माने तो उत्तर प्रदेश में भी जिन सीटों पर उपचुनाव होने है , वहां पर भी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में सीट बंटवारे को लेकर आपसी सहमती नहीं बन पाई. जिस कारण से अब यह सवाल उठने लगे है की क्या ये गठबंधन सिर्फ लोकसभा के चुनावों तक ही सीमित है ?
MP में क्यों नहीं पाई बात ?
प्रदेश की दो सीटों पर उपचुनाव होने है. इन्ही में से एक सीट है बुधनी. बुधनी से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चुनाव लड़ते आये है. उनके लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उन्होने इस सीट से बतौर विधायक इस्तीफा दिया था जिस कारण से बुधनी सीट उपचुनाव का सामना कर रही है. बुधनी को भाजपा की सेफ सीट माना जाता रहा है. इस बार भाजपा ने विदिशा से पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव को यहां से टिकट दिया है. कांग्रेस ने पूर्व विधायक राजकुमार पटेल को अपना उम्मीदवार बनाया है. गौर करने वाली बात ये है की यहां पर समाजवादी पार्टी ने भी कांग्रेस के बागी को टिकट देकर यहां पर तो कम से कम कांग्रेस से गठबंधन तोड़ दिया है. समाजवादी पार्टी ने यहां से अर्जुन आर्या को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतार दिया है. अर्जुन पहले कांग्रेस से भी टिकट मांग रहे थे. लेकिन जब कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया तो उन्होने नाराज़ हो कर इस्तीफा देते हुए समाजवादी पार्टी को ना सिर्फ ज्वाइन किया बल्कि अब सपा के टिकट से चुनाव भी लड़ेंगे.
उपचुनावों में सीटों को लेकर आपसी सहमती बनाने के लिए कुछ दिन पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और सपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज यादव की आपस में मुलाकात भी हुई थी. लेकिन जो अब देखा जा रहा है उससे समझ में आता है की सहमती नहीं बन पाई और अब समाजवादी पार्टी और कांग्रेस एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ने जा रही है. ऐसे में यह सवाल उठना भी लाज़मी है की क्या ये गठबंधन सिर्फ लोकसभा के चुनावों के लिए ही था ?
इस्तीफा देते हुए क्या कुछ कह गये अर्जुन आर्या
अर्जुन ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी शीर्ष नेताओं की चापलूसी करने वालों को बढ़ावा देती है. उन्होंने इस संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को एक पत्र लिखा है. उन्होने लिखा कि पार्टी में जन नेताओं की आवाज़ों को दबाया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस में "जमींदारी मानसिकता" वाले लोग हावी हैं. अर्जुन के अनुसार, राहुल गांधी ने कहा, "रेस के घोड़ों को शादी में नाचने के लिए कहा जाता है, जबकि शादी के घोड़ों से रेस में भाग लेने की उम्मीद की जाती है." अर्जुन ने लिखा कि मध्य प्रदेश में भी ऐसा ही हो रहा है, इसलिए उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का निर्णय लिया है.