May 2, 2025
इंदौर को नया तोहफा: MR-10 पर बनेगा आठ लेन का ओवरब्रिज, सिंहस्थ से पहले होगा तैयार
Indore: इंदौर को एक और बड़ी सौगात मिली है, अब यहां 8 लेन का MR-10 रेलवे ओवर ब्रिज बनाया जाएगा, बताया जा रहा है कि यह ब्रिज सिंहस्थ कुंभ से पहले तैयार कर दिया जाएगा.
इंदौर में लोगों की सुविधा के लिए अब एक और सौगात मिल गई है, शहर में एमआर-10 पर आवागमन के लिए वर्तमान रेलवे ओवरब्रिज के हिसाब से ही समानांतर चार लेन का नया आरओबी बनाया जाएगा. रेलवे ने इसकी ड्राइंग को भी मंजूरी दे दी है, जिसके बाद अब इंदौर विकास प्राधिकरण की तरफ से इसका टेंडर जारी किया जाएगा और उसका काम शुरू होगा. खास बात यह है कि ब्रिज उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ कुंभ से पहले तैयार कर लिया जाएगा. ताकि इसके बनने स आने जाने वाले लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े, क्योंकि सिंहस्थ के लिए इंदौर का रूट सबसे ज्यादा व्यस्त रहता है.
दरअसल, उज्जैन सिंहस्थ के दौरान इंदौर में एमआर-10 पर ही सबसे ज्यादा दवाब बढ़ता है, ऐसे में बोर्ड बैठक में ब्रिज बनाने पर फोकस किया गया था, यह प्रस्ताव आईडी ने रेलवे को भेज दिया था. जिसके बाद रेलवे की तरफ से भी इसे अनुमति मिल गई है. अब दो साल में इसका निर्माण लक्ष्य पूरा करने की तैयारी की गई है. बताया जा रहा है कि चार लेन आरओबी के निर्माण के लिए इंदौर विकास प्राधिकरण ने 60 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत तय की है. ऐसे में इसका काम भी जल्द ही तय होगा. क्योंकि यहां से रोजाना 30 हजार से ज्यादा वाहन गुजरते हैं, ऐसे में अभी ट्रॉफिक का दवाब बढ़ता है, लेकिन इस ब्रिज के बनने से ट्रैफिक में आसानी मिलेगी, क्योंकि सिंहस्थ तक वाहनों की संख्या भी बढ़ेगी.
इंदौर के सरवटे बस स्टैंड से कुमेड़ी आईएसबीटी तक जाने वाले एमआर-4 सड़क को भी चौड़ा कराया जा रहा है, बताया जा रहा है कि यह सड़क भी सीधे कुमेड़ी में एमआर-10 से मिलेगी. इससे आने वाले वाहनों का दवाब कम होगा, जबकि आईएसबीटी उज्जैन की तरफ जाने वाले वाहनों का दवाब कम हो जाएगा, लेकिन यह फायदा आठ लेन का रोड बनने के बाद ही होगा. इसलिए इस पर तेजी काम होने की उम्मीद है.
इंदौर में क्यों 8 लेन के कॉरिडोर की पड़ी जरूरत
दरअसल, पहले बताया जा रहा है कि यहां से हर दिन 10 हजार वाहन ही गुजरते थे, ऐसे में 4 लेन का रोड पर्याप्त था, लेकिन पिछले कुछ सालों में तेजी से वाहनों की संख्या बढ़ गई. वर्तमान में करीब 30 हजार वाहन यहां से हर रोज गुजरते हैं. इसलिए अब यहां आठ लेने की जरुरत होने लगी है. क्योंकि भारी वाहनों के साथ-साथ दोपहिया और कारों की संख्या भी इंदौर शहर में तेजी से बढ़ी है, जबकि दूसरे शहरों से आने वाले वाहनों में भी इजाफा हुआ है. सिंहस्थ तक यहां से वाहनों की संख्या और बढ़ेगी इसलिए यह ब्रिज बनाया जा रहा है.