Jul 3, 2024
Hathras Satsang News : उत्तर प्रदेश में हाथरस के फुलरई गांव में मंगलवार को सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 श्रद्धालुओं की मौत से हर कोई सदमे में है. एसडीएम ने अब हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी (डीएम) को सौंप दी है. रिपोर्ट के मुताबिक, सत्संग खत्म होने के बाद भक्त भोले बाबा के पास पहुंचने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उनके सेवक और निजी गार्ड (ब्लैक कमांडो) आपस में धक्का-मुक्की करने लगे, जिससे घटनास्थल पर भगदड़ मच गई.
दो लाख से अधिक श्रद्धालु मौजूद थे
एसडीएम के मुताबिक, सत्संग में दो लाख से ज्यादा श्रद्धालु मौजूद थे. दोपहर करीब 12.30 बजे भोले बाबा पंडाल में पहुंचे और उनका कार्यक्रम 1 घंटे तक चला. इसी बीच दोपहर 1.40 बजे जब भोले बाबा पंडाल से बाहर निकले तो भक्त उनकी चरण धूलि छूने के लिए आगे आ गए . लोग डिवाइडर कूदकर बाबा की गाड़ी की तरफ भागने लगे. लेकिन बाबा के निजी गार्ड और सेवकों ने धक्का-मुक्की शुरू कर दी. फिर कई लोग गिर गये और भीड़ द्वारा कुचल दिये गये.
कई लोग खेतों में फिसल कर गिर गये
एसडीएम की रिपोर्ट के मुताबिक, कई श्रद्धालु स्थल के सामने खेतों की ओर भागे लेकिन फिसलकर वहीं गिर गये. हालांकि, कोई नहीं रुका और एक-दूसरे को कुचलते हुए आगे बढ़ गए ,जो गिरा, वह उठ न सका. जिससे कई श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए. मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल में भर्ती कराया. उनमें से कुछ को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भर्ती कराया गया, जबकि अन्य को इलाज के लिए एटा और अलीगढ़ के सरकारी अस्पतालों में भेजा गया.
पुलिस ने एफआईआर दर्ज की
इस हादसे के बाद पुलिस ने भोले बाबा के मुख्य सेवक और आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. लेकिन एफआईआर में भोले बाबा का नाम शामिल नहीं है. पुलिस की इस एफआईआर पर भी सवाल उठ रहे हैं. अधिकारियों के मुताबिक, सत्संग के लिए अनुमति ली गई थी. लेकिन केवल 80,000 भक्तों के शामिल होने की अनुमति मांगी गई थी, जिसके विपरीत दो लाख से अधिक भक्त सत्संग में शामिल होने के लिए पहुंचे.