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इसरो ने चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए 'विश्व अंतरिक्ष पुरस्कार' की घोषणा की

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Jul 21, 2024

Chandrayaan-3: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के वैज्ञानिकों ने चंद्रयान-3 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सफलतापूर्वक उतारकर इतिहास रच दिया। इस अनोखे काम के लिए ISRO की दुनिया भर में चर्चा हो रही है। अब इस चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) को उसकी ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए इंटरनेशनल स्पेस फेडरेशन (ISF) द्वारा विश्व अंतरिक्ष पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. गौरतलब है कि भारत के अलावा अब तक अमेरिका, रूस और चीन के अंतरिक्ष यान ही चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग कर पाए हैं।

यह पुरस्कार IAC के उद्घाटन समारोह के दौरान प्रदान किया जाएगा

यह पुरस्कार 14 अक्टूबर को इटली के मिलान में 75वें अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष यात्री सम्मेलन (IAC) के उद्घाटन समारोह के दौरान प्रदान किया जाएगा। गौरतलब है कि भारत 23 अगस्त, 2023 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक उतारने वाला दुनिया का पहला देश बन गया। इस संबंध में फेडरेशन ने कहा, 'इसरो का चंद्रयान-3 मिशन वैज्ञानिक जिज्ञासा और लागत प्रभावी इंजीनियरिंग के संयोजन का उदाहरण है। यह उत्कृष्टता के प्रति भारत की प्रतिबद्धता और अंतरिक्ष अन्वेषण द्वारा मानवता को प्रदान की जाने वाली विशाल क्षमता का प्रतीक है। यह मिशन नवाचार का एक वैश्विक उपाय है।

अंतरिक्ष और परमाणु क्षेत्रों का सफल एकीकरण

चंद्रयान-3 की कई उपलब्धियों में से एक भारत के अंतरिक्ष और परमाणु क्षेत्रों का सफल एकीकरण था। जिसमें मिशन के प्रोपल्शन मॉड्यूल को परमाणु प्रौद्योगिकी द्वारा संचालित किया गया था। गौरतलब है कि चंद्रयान-3 लैंडिंग की पहली वर्षगांठ के मौके पर देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं.

Report By:
Author
ASHI SHARMA