Oct 14, 2024
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी (अजित पवार गुट) नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या से महायुति को झटका लगता दिख रहा है. खबरों के मुताबिक, बाबा सिद्दीकी की मौत के बाद से अब सबसे ज्यादा सवाल उपमुख्यमंत्री पर उठ रहे हैं. एनसीपी (अजित पवार ग्रुप) ने तो यहां तक कह दिया है, 'यह गृह विभाग की विफलता है.' खास बात यह है कि महाराष्ट्र सरकार में गृह मंत्रालय फड़णवीस के पास है.
जानिए क्या है पूरा मामला
एनसीपी (अजित पवार गुट) के प्रवक्ता एमएलसी अमोल मिटकारी ने कहा, 'बाबा सिद्दीकी की हत्या हमारी पार्टी के लिए बड़ा झटका है. यह हत्या मुंबई में सुरक्षा की गंभीर स्थिति को दर्शाती है. एक पूर्व मंत्री की मौत हो गयी, जो गृह विभाग की विफलता को दर्शाता है. अगर मुंबई पुलिस ने बाबा सिद्दीकी की सुरक्षा को गंभीरता से लिया होता तो ये हत्या नहीं होती. हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अजित पवार ने अपना घनिष्ठ मित्र खो दिया.'
शिवसेना (उद्धव गुट) ने मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की
एनसीपी के साथ-साथ राज्य में विपक्षी ताकतें भी फड़णवीस और राज्य सरकार को घेर रही हैं. कांग्रेस ने कहा, 'कहां है सरकार? मुंबई, पुणे, नागपुर और राज्य के अन्य हिस्सों में कानून-व्यवस्था चरमरा गई है. शिवसेना (उद्धव गुट) ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर फड़नवीस के विभाग में दखल देने का आरोप लगाया है और उनके इस्तीफे की मांग की है.
मुंबई पुलिस और गृह विभाग पर उठे सवाल
सितंबर 2023 में, मनोज जारांगे पाटिल के नेतृत्व में एक प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया. इस बीच फड़णवीस को सहयोगी दलों के सवालों का भी सामना करना पड़ा. हालांकि, एनसीपी नेता छगन भुजबल उनके बचाव में आए. फरवरी में, भाजपा के कल्याण पूर्व विधायक गणपत गायकवाड़ ने एक पुलिस स्टेशन में शिवसेना कार्यकर्ता महेश गायकवाड़ को गोली मार दी.
अभिनेता सलमान खान के घर पर फायरिंग के दौरान भी फड़णवीस पर सवाल उठे थे. बदलापुर में नाबालिग लड़कियों के यौन उत्पीड़न मामले में सरकार, पुलिस और गृह विभाग को बॉम्बे हाई कोर्ट के सवालों का भी सामना करना पड़ा था.