Sep 10, 2024
2019 के विधानसभा चुनावों में, भाजपा ने 122 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 105 पर जीत हासिल की थी, लेकिन उद्धव ठाकरे के गुट ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन करने सरकार बनाली थी. इस वजह से विधानसभा के चुनावों में सबसे बड़ा दल बनने के बाद भी बीजेपी महाराष्ट्र में सरकार नहीं बना पाई थी.
ऐसे समय में जब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी आगामी राज्य विधानसभा चुनावों में अपनी सीटों की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए होड़ में हैं, भाजपा इस बात पर अड़ी हुई है कि वह 160 सीटों से कम पर समझौता नहीं करेगी.
2019 के विधानसभा चुनावों में, भाजपा ने 122 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 105 सीटें जीती थीं, लेकिन उद्धव ठाकरे के गुट द्वारा कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन करने के बाद सरकार बनाने में विफल रही थी.
क्या चर्चा हो रही है ?
चर्चा यह है कि एकनाथ शिंदे ने अपनी प्रेजेंटेशन में 107 सीटों के लिए दावा पेश किया है. ये सीटें ज़्यादातर मुंबई, ठाणे और मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) में केंद्रित हैं, जहाँ उसे शिवसेना (UBT) उम्मीदवारों से मुकाबला करने का भरोसा है. भाजपा भी इनमें से कुछ सीटों पर शिंदे के नेतृत्व वाली सेना और UBT गुट के बीच सीधा मुकाबला कराने के लिए इच्छुक है.
रविवार को हुई बैठक के बारे में
रविवार को देर रात हुई बैठक में चर्चा का विषय कथित तौर पर उन सीटों की संख्या के इर्द-गिर्द घूमता रहा, जिन पर भाजपा चुनाव लड़ना चाहती है. इसके साथ ही महायुति गठबंधन के सहयोगियों की हिस्सेदारी पर भी इस बैठक में चर्चा हुई है. बैठक में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, राज्य भाजपा प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले, मुंबई भाजपा प्रमुख आशीष शेलार और अन्य शामिल थे. बताया जाता है कि बैठक में जमीनी स्तर पर भाजपा की तैयारियों की समीक्षा की गई. खुद एक प्रमुख रणनीतिकार शाह ने एक मजबूत अभियान की आवश्यकता पर जोर दिया, खासकर हाल के लोकसभा चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन के मद्देनजर, जो उम्मीदों से काफी कम रहा.
इस बीच, गृह मंत्री के साथ अहम बैठकों में उपमुख्यमंत्री अजित पवार की अनुपस्थिति चर्चा का विषय बन गई है. शाह के लालबागचा राजा के दौरे और एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के आधिकारिक आवासों पर बातचीत के दौरान भी पवार स्पष्ट रूप से गायब रहे. हालांकि, बताया जाता है कि सोमवार को एयरपोर्ट पर बुलाई गई बैठक में पवार ने शाह से मुलाकात की, जिसमें शिंदे और फडणवीस मौजूद थे. उनके साथ वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल और एनसीपी की राज्य इकाई के प्रमुख सुनील तटकरे भी थे. सूत्रों ने बताया कि चर्चा सीटों के बंटवारे और तौर-तरीकों पर केंद्रित थी और चुनाव लड़ते समय एकजुट ताकत बने रहने के संकल्प को रेखांकित किया गया. माना जाता है कि शाह ने नेताओं से गठबंधन में आंतरिक मुद्दों को सुलझाने के लिए कहा.
केंद्रीय गृह मंत्री ने लालबागचा राजा के दर्शन किए
इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उनकी पत्नी सोनल ने सोमवार को मुंबई में लालबागचा राजा के दर्शन किए. जिसके बाद अमित शाह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के आधिकारिक निवास वर्षा और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के घर जाकर गणपति के दर्शन किए.