Aug 31, 2024
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद की डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPAV) के 10 में से चार उम्मीदवारों ने अपना नाम वापस ले लिया है. दरअसल, कुछ दिन पहले आजाद खराब स्वास्थ्य के कारण चुनाव प्रचार से हट गए थे. उन्होंने कहा कि उम्मीदवार अपना नाम वापस लेने के लिए स्वतंत्र हैं.
चुनाव लड़ने का निर्णय उम्मीदवारों पर छोड़ दिया गया था
25 अगस्त की रात सीने में दर्द के कारण उन्हें 26 अगस्त को दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था. फिर दो दिन पहले गुलाम नबी आजाद ने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए ऐलान किया कि वह विधानसभा चुनाव प्रचार में हिस्सा नहीं ले पाएंगे. साथ ही उन्होंने चुनाव लड़ने का फैसला उम्मीदवारों पर छोड़ दिया.
लोकसभा चुनाव में भी पार्टी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई
पार्टी सूत्रों ने बताया कि आजाद दो-तीन दिन के लिए कश्मीर आ सकते हैं लेकिन चुनाव प्रचार में हिस्सा नहीं ले सकेंगे. आजाद ने दो साल पहले कांग्रेस छोड़ दी और अलग पार्टी बना ली. उन्होंने लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारे लेकिन अच्छा प्रदर्शन नहीं किया.
इसके बाद से ही उनकी कांग्रेस में वापसी की अटकलें लगाई जा रही थीं लेकिन आजाद ने इससे इनकार किया और उम्मीदवारों की घोषणा कर दी. पार्टी उपाध्यक्ष जीएम सरोरी पहले ही किश्तवाड़ की इंदरवाल सीट से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल कर चुके हैं.
आजाद ने कहा- उम्मीदवार अपना नाम वापस लेने के लिए स्वतंत्र हैं
आजाद ने कहा, 'मुझे अफसोस है कि मैं अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार नहीं कर पाऊंगा.' साथ ही उन्होंने चुनाव लड़ने का फैसला उम्मीदवारों पर छोड़ दिया और कहा, 'आप चाहें तो उम्मीदवारी से अपना नाम वापस ले सकते हैं.'
पहले चरण में 219 उम्मीदवार मैदान में उतरे
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 24 सीटों पर नामांकन वापस लेने के आखिरी दिन 25 उम्मीदवार चुनाव मैदान से हट गए. अब 219 उम्मीदवार ही मैदान में हैं.
पहले चरण में, दक्षिण कश्मीर के चार जिलों अनंतनाग, कुलगाम, शोपियां और पुलवामा की 16 विधानसभा सीटों और जम्मू प्रांत के रामबन, डोडा और किश्तवाड़ की 8 विधानसभा सीटों पर 18 सितंबर को मतदान होना है.