Dec 10, 2022
पाकिस्तानी आतंकियों की करतूत से दगा हुआ कश्मीर अब हमेशा के लिए आतंक से मुक्त होने जा रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जम्मू-कश्मीर में फिल्मी अंदाज में आतंकियों की तलाश तेज कर दी है। NIA ने कश्मीर के कई हिस्सों में पोस्टर लगाए हैं। सुरक्षा एजेंसी ने 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) के चार आतंकियों के बारे में जानकारी मांगी है। NIA अब चुनिंदा तरीके से कश्मीर में आतंकियों का सफाया करेगी।
NIA की कश्मीर में एंट्री से आतंकियों में हड़कंप मच गया है। यहां तक कि आतंकियों को पनाह देने वाले देशद्रोहियों के घरों की दीवारें भी डर से कांपने लगी हैं। आतंकी अब चूहों की तरह अपनी जान बचाने के लिए भाग रहे हैं। उधर, भारतीय सेना ने सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है। इसके साथ ही स्थानीय इलाकों में आतंकियों की तलाश भी तेज कर दी गई है। ऐसे में आतंकियों का बचना मुश्किल हो गया है।
पाकिस्तानी आतंकियों की तलाश में कश्मीर पहुंची NIA
NIA के अधिकारियों ने कहा कि वे जिन चार आतंकवादियों की तलाश कर रहे हैं उनमें से दो पाकिस्तानी नागरिक हैं और भारत में हिंसा करने के लिए जम्मू-कश्मीर के लोगों को कट्टरपंथी बनाने, उकसाने और भर्ती करने की साजिश के सिलसिले में वांछित हैं। एनआईए उसकी तलाश कर रही है। इनके जरिए जम्मू-कश्मीर में फैले आतंकी नेटवर्क का भी पता लगाया जाएगा। NIA ने कहा कि हमारा मकसद कश्मीर समेत पूरे देश को आतंकवाद से मुक्त रखना है।
आतंकियों का पता बताने वाले पर एनआईए 10 लाख का इनाम रखेगी
आतंकियों का पता बताने वाले पर NIA 10-10 लाख रुपये का इनाम रखेगी। जांच एजेंसी ने चारों आतंकियों पर 10-10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। अधिकारियों ने कहा कि पोस्टर में पाकिस्तान के सिंध में नवाब शाह के निवासी सलीम रहमानी उर्फ 'अबू साद' और कसूर के शांगमंगा के रहने वाले सैफुल्ला साजिद जाट के साथ उनके स्थानीय सहयोगी श्रीनगर निवासी सज्जाद गुल और बासित अहमद हैं। NIA ने लोगों से अपना ईमेल पता, फोन नंबर और व्हाट्सएप और टेलीग्राम नंबर साझा कर उनके बारे में जानकारी देने का अनुरोध किया है। उन्होंने जनता को भरोसा दिलाया है कि उनकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।