Sep 7, 2021
पेगासस जासूसी मामले में आज यानी मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट SIT जांच की मांग वाली याचिकाओं पर सुनवाई करने वाला है। दरअसल, इस मामले में केंद्र सरकार की ओर से जांच के लिए विशेषज्ञ कमिटी बनाने का प्रस्ताव दिया गया है। सरकार की तरफ से सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने पिछली सुनवाई में कहा था कि सरकार इस कमिटी को हर बात बताएगी और यह कमिटी कोर्ट को रिपोर्ट सौंपेगी। वहीं, अदालत ने कहा था कि वह सरकार का जवाब देखने के बाद आदेश पर विचार करेगा। बीती सुनवाई के दौरान कोर्ट ने केंद्र को जवाब का समय देते हुए सुनवाई को 10 दिनों तक टाल दिया था। जिसके बाद आज एससी में सुनवाई होने जा रही है। पेगासस मामले की सुनवाई CJI एन वी रमना, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस ए एस बोपन्ना की बेंच सुनवाई करेगी। आपको बता दें कि अभी फिलहाल पेगासस जासूसी केस में सुप्रीम कोर्ट में करीब 15 याचिाएं लंबित हैं। जिसमें पत्रकारों, नेताओं ने स्पाईवेयर के जरिए जासूसी का आरोप लगाया है।
पेगासस जासूसी कांड क्या है?
दरअसल, बीते दिनों अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने खुलासा किया था कि भारत सरकार ने इजरायली सॉफ्टवेयर पेगासस से कई लोगों के फोन को हैक किया है। इनमें राहुल गांधी, प्रशांत किशोर समेत कई नेता, कुछ केंद्रीय मंत्री, पत्रकार और अन्य लोगों का नाम शामिल था। वहीं, विपक्ष अब इस मसले को लेकर संसद में रोज हंगामा कर रहा है। विपक्ष की मांग है कि इस विषय पर चर्चा की जाए, जबकि सरकार ने इन आरोपों को पूरी तरह से नकार दिया है।
क्या है पेगासस स्पाइवेयर ?
पेगासस स्पाइवेयर (Pegasus spyware) इजरायली साइबर इंटेलिजेंस फर्म NSO ग्रुप द्वारा बनाया गया है, जो निगरानी रखने का काम करता है। पेगासस एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जो बिना आप की अनुमति के आपके फ़ोन में घुस जाता है, ये आपके व्यक्तिगत और संवेदनशील जानकारी इकट्ठा कर जासूसी करने वाले यूज़र को देने के लिए बनाया गया है। यही आरोप मोदी सरकार पर लगा है कि वह राहुल गांधी समेत तमाम विपक्ष के नेताओं, मीडिया कर्मियों और जानी-मानी हस्तियों की जासूसी कराई है।