Dec 18, 2018
राजेन्द्र तरवरे : जहां मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार बदलते ही कांग्रेस सरकार ने अभी सत्ता भी नहीं संभाला है और वहीं मध्यप्रदेश की तीन बार सत्ता संभाले शिवराज सिंह चौहान जहां लड़कियों को अपनी भांजी और को मामा कहकर संबोधित करते थे उनके रहते ऐसा सिवनी जिले में कभी नहीं हुआ तो वहीं दूसरी तरफ सिवनी जिले के अरी थाना क्षेत्र के बकोड़ी गांव में पढ़ाई के टापर एक नाबालिग बच्ची के साथ गांव के दबंग लड़कों ने खुलेआम गुण्डागर्दी कर लड़की के घर में घुसकर पहले परिवार के सामने हीमारा और मुंह फाड़कर जहर पिला दिया, जिसके बाद लड़की को अस्पताल लाते ही मौत हो गई।
सिवनी के अरी थाना अंतर्गत ग्राम बकोड़ी में खुलेआम गुण्डागर्दी करने का मामला सामने आया है जिसमें बकोड़ी ग्राम के प्रतिष्ठित तिवारी परिवार की एक लाडली की बेरहमी से जहर पिलाकर हत्या कर दी। घटना के कुछ दिन पूर्व ही गांव के यादव परिवार के लड़कों के ऊपर मृतिका के परिजनों द्वारा छेड़छाड़ का मामला अरी थाने में दर्ज कराया गया था जिसमें आरोपियों के खिलाफ 354 व अन्य छेड़छाड़ करने की धाराओं मे लड़कों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था लेकिन कुछ दिन बाद ही ये लड़के जमानत से बाहर आये और आज सुबह ही तिवारी परिवार के घर पहुंचकर पहले छेड़छाड़ के उक्त मामले में राजीनामा करने की बात की बाद में जब पीड़ित परिवार के परिजन नहीं माने तो उनके घर में घुसकर छेड़छाड़ की पीड़िता (प्रियंश तिवारी) के साथ मारपीट करने लगे तब भी बात नहीं बनी तो युवकों द्वारा बेरहमी से लड़की के मुंह को फाड़कर जहर पिला दिया एवं आरोपी लड़के वहां से भाग खड़े हुए ऐसा परिवार के मौसी मंदाकिनी तिवारी के द्वारा बताया गया है। लड़की की हालत बिगड़ते देख परिजनों ने पीड़िता को जिला अस्पताल लाया गया जहां उपचार के पहले ही डॉक्टरों ने लड़की को मृत घोषित कर दिया।
अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि मध्यप्रदेश में सत्ता बदलते ही देर नहीं हुई है कि वहीं गुण्डे,माफिया अपना सर उठाकर बेखौफ तरीके से आपराधिक घटना को अंजाम देने लगे है तो वहीं परिवार के ही ममेरे भाई ने बताया किइस पूरे मामले को लेकर हम लोग अरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने गये थे एवं घटना के समय फोन भी लगाया गया था लेकिन अरी थाना प्रभारी नंदकिशोर धुर्वे के द्वारा ये कहा गया कि अभी लड़की मरी तो नहीं है, मरेगी तब फोन लगाना और उसके मौसेरे भाई जब थाने पहुंचा तो थाना प्रभारी नंदकिशोर धुर्वे के द्वारा बड़े बत्तमीज ढंग से लड़के का कालर पकड़कर एक हाथ में बंदुक लेकर धमकाया कि अभी तो वो मरी नहीं है उससे पहले मै तुझे मार दूंगा और मेरा क्या होगा, ज्यादा से ज्यादा ट्रांसफर या लाईनअटैच ही होगा। अब सवाल यह भी उठता है कि क्या मध्यप्रदेश की पुलिस भी गुण्डों के साथ साथ खुद भी गुण्डागर्दी पर उतर आई है या प्रशासन नाम की कोई चीज उन्हें दिखाई नहीं देती है।
वहीं पुलिस इस पूरे मामले को अरी थाना प्रभारी को बचाते हुए पुराने मामले के राजीनामा के संबंध में हुई लड़ाई बताकर मामले को दबाना चाह रही है एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले की जांच के बाद ही पता चल पायेगा कि किन वजह से लड़की की मौत हुई है।