Dec 2, 2025
रहस्यमयी परंपरा में बंधा प्यार: सामंथा और राज ने किया ‘भूत शुद्धि विवाह’, जहां मिलते हैं पांच तत्व और दो आत्माएं
दक्षिण भारतीय सिनेमा की लोकप्रिय एक्ट्रेस सामंथा रूथ प्रभु और फिल्ममेकर राज निदिमोरु ने एक ऐसी अनूठी परंपरा में विवाह किया, जिसने सभी का ध्यान खींच लिया है। यह कोई सामान्य विवाह नहीं, बल्कि ‘भूत शुद्धि विवाह’ नामक एक प्राचीन योगिक अनुष्ठान है, जिसमें पांच तत्वों की शुद्धि के साथ दो आत्माओं के मिलन को पवित्रता मिलती है। यह विवाह आध्यात्मिक गहराई, तात्विक संतुलन और उर्जा के समन्वय का प्रतीक माना जाता है।
क्या होता है भूत शुद्धि विवाह?
भूत शुद्धि विवाह एक दुर्लभ और अत्यंत पवित्र योगिक परंपरा है, जो भावनाओं और भौतिक आकर्षण से ऊपर उठकर दो व्यक्तियों को तात्विक स्तर पर जोड़ती है। इसमें पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश—इन पांच मूल तत्वों का शुद्धिकरण कर दूल्हा-दुल्हन को ऊर्जा से परिपूर्ण वातावरण में एक-दूसरे से जोड़ा जाता है। माना जाता है कि इन तत्वों का संतुलन जीवन और रिश्तों में सामंजस्य लाता है।
क्यों खास है यह विवाह पद्धति?
यह विवाह किसी धर्म या क्षेत्र विशेष से नहीं जुड़ा, बल्कि योग विज्ञान पर आधारित एक आध्यात्मिक प्रक्रिया है। इसका उद्देश्य दो लोगों के बीच ऐसा बंधन बनाना है जो विचारों, भावनाओं और आकर्षण से परे, उनकी ऊर्जा और तत्वों से जुड़ा हो। भूत शुद्धि विवाह को सदियों पुरानी योग परंपरा का अहम हिस्सा माना जाता है, जिसे आधुनिक समय में फिर लोकप्रियता मिल रही है।
कैसे होते हैं इसके अनुष्ठान?
विवाह पवित्र शक्ति-स्थल में संपन्न होता है।
युगल पवित्र अग्नि के चारों ओर पांच फेरे लेते हैं—प्रत्येक फेरा एक तत्व से जुड़ा होता है।
देवी की कृपा, ऊर्जा और तत्वों की शुद्धता के लिए मंत्रोच्चारण किया जाता है।
विवाह के अंत में दुल्हन को देवी से जुड़े पेंडेंट और हल्दी का मंगलसूत्र पहनाया जाता है।
माना जाता है कि इस अनुष्ठान से केवल युगल ही नहीं, बल्कि वहां उपस्थित हर व्यक्ति को आध्यात्मिक लाभ मिलता है।







