Aug 28, 2016
मुंगेली। मुंगेली को छत्तीसगढ़ का जिला बने 4 साल बीत गये है जिसकी पहचान प्रदेश के एक पिछड़े जिले के रूप में होती है। प्रदेश के स्वास्थ मंत्री अजय चंद्राकर का गृह जिला है। उसके बावजूद भी मुंगेली का जिला अस्पताल अपनी बदहाली और अव्यवस्थाओं के चलते मूल भूत सुविधाओं से जूझ रहा है। सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं के लाख दावे करे लेकिन जमीनी हकीकत इससे कही अलग है।
जानकारी के अनुसार यहां के जिला अस्पताल में सुविधा किसी छोटे से गांव से भी बदतर है।जिला अस्पताल में न तो विशेषज्ञ डाक्टर है न ही सोनोग्राफीं,एक्स-रे मशीन,ब्लड बैंक जैसी आवश्यक सुविधाएं है। यहां पर मरीजों को डाक्टरों का घंटो इंतजार करना पड़ता है। रहवासी बेहतर इलाज के लिए शहर से बाहर जाने पर मजबूर हो रहे हैं । भर्ती मरीजों का कहना है कि अस्पताल परिसर गन्दगी के चलते बुरा हाल है। यहाँ आने वाले ग्रामीण मरीजों को तो डाक्टर के नाम पर कुछ नहीं मिलता है।
इलाज के लिए आये हुए ग्रामीणों का कहना है कि जिला अस्पताल में किसी भी प्रकार की कोई सुविधा नहीं है ना तो यहाँ बेहतर तरीके से जाँच होती है न किसी भी प्रकार का इलाज यहाँ है तो बस चारो तरफ गन्दगी फैली है इस लिहाज से तो ये अस्पताल सिर्फ नाम का ही जिला अस्पताल रह गया है