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नवरात्रि से एक दिन पहले लगेगा सूर्य ग्रहण, जानिए भारत में दिखाई देगा या नहीं

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Oct 6, 2023

 


शारदीय नवरात्रि से ठीक एक दिन पहले 14 अक्टूबर को साल 2023 का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। विज्ञान की नजर में सूर्य ग्रहण को एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना माना जाता है। कहा जाता है कि अमावस्या के दिन चंद्रमा जब सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है तब सूर्य ग्रहण की स्थिति बनती है। यूं तो सूर्य ग्रहण एक खगौलीय घटना है, लेकिन हिंदू धर्म में इसका काफी महत्व है।

धार्मिक दृष्टिकोण से ग्रहण की घटना का जिम्मेदार राहु-केतु को माना जाता है। वहीं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहण का प्रभाव ग्रह-नक्षत्र और सभी राशियों पर पड़ता है। ऐसे में चलिए जानते हैं साल के आखिरी सूर्य ग्रहण के बारे में क्या कहते है हमारे ज्योतिषाचार्या

साल 2023 का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर को लगने जा रहा है भारतीय समय के अनुसार सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर को रात 8 बजकर 34 मिनट से शुरू होगा जो 2 बजकर 24 मिनट तक चलेगा। यह ग्रहण अश्विन मास की अमावस्या तिथि के दिन लगने वाला है। अब आप यह भी जान लिजिए की कहाँ कहाँ दिखाई देगा साल 2023 का दूसरा सूर्य ग्रहण।

साल का आखरी ग्रहण उत्तरी अमेरिका, कनाडा, आइलैंड, अर्जेनटीनी पेरू और ब्राजिल में देखा जा सकेगा भारत में यह सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा। अब आप जानिए की सूर्य ग्रहण लगने पर सूतक काल मान्य होगा या नहीं जब भी सूर्य ग्रहण लगता है तो उससे ठीक 12 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है। फिर ग्रहण खत्म होने के बाद सूतक काल भी समाप्त हो जाता है ऐसे में 14 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण  वाले दिन सुबह 8 बजकर 34 मिनट पर ही सूतक काल लग जाएगा।

आपको यह भी बता दें की सूतक काल को शुभ नहीं माना जाता धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूतक काल को शुभ नहीं माना जाता है। सूतक काल के दौरान किसी भी तरह का कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है ऐसै में सूतक काल के दौरान पूजा पाठ न  करने की सलाह दी जाती है न ही आपको भगवान को स्पर्श करना चाहिए सूतक काल के समय सभी मंदिरों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाते हैं।