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इस साल भी बीमा कंपनियों ने किसानों को ठग लिया

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May 23, 2018

धमतरी मे इस साल भी बीमा कंपनियों ने किसानों को ठग लिया अपनी हजारों लाखों की फसल मौसम की बेइमानी से लूटा चुके किसानों को जख्म पर नमक छिड़कते हुए बीमा कंपनियों ने किसी को 5 रुपया तो किसी को 10 रुपये का मुआवजा थमा दिया है दरअसल बीते खरीफ सीजन में कम बारिश और कीट प्रकोप से धान की फसल बुरी तरह से चैपट हो गयी थी जिसके बाद धमतरी जिले के चारों ब्लाक को सूखाग्रस्त घोषित किया था।

वही चैपट हुई फसल का मुआवजा मिल जाये इस उम्मीद में जिले के तकरीबन 70169 किसानों ने फसल बीमा कराया था बाद इसके नवम्बर दिसम्बर में शासन ने फसल क्षति का सर्वे कराकर सूखे से हुए नुकसान की रिपोर्ट बनवाई लेकिन अब जब बीमा क्लेम लेने की बारी आई है तो किसानों को मात्र 2 और 5 रूपए से लेकर 2 हजार तक फसल बीमा की राशि थमा दी गई।

अब किसानों को तो मानों सांप सूंघ गया है आखिर वे करें तो क्या करे बताया जा रहा है कि धमतरी जिले मे बीमा क्लेम भुगतान के पहले चरण में 8722 किसानों के बैंक खाते में राशि जारी किया जा चुका है इसके आलावा दूसरे चरण में तकरीबन 1300 किसानों के बैंक खाते में राशि जारी की गई है।

जबकि यहां किसानो को बीते साल हुए फसल बर्बाद के एवज मे जो मुआवजा दिया गया है वे उट के मुंह मे जीरा साबित साबित हो रही है किसानो को बीमा कंपनी ने एक रूपए से लेकर दो हजार तक किसानो को दिए है ऐसे मे हजारो रूपए की लागत अपने फसल लगाने वाले किसान अपने फसलो का बीमा करा कर पछता रहे है किसानो की माने तो वे शासन के पास ही खाद बीज साथ ही कर्ज लेते है और उसी के साथ साथ उनके फसल का बीमा हो जाता है वे भी किसान के बिना मर्जी के साथ लेकिन जब बीमा कंपनी की ओर से मुआवजा देने की बारी आती है तो उन्हे उनका लाभ नही मिल पाता।

ऐसे मे किसान अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे है किसानो का कहना है कि अगर सरकार उन्हे बीमा का लाभ दिलवा नही सकते तो उनसे जबरदस्ती बीमा ही क्यो कराया जाता है वही किसानो ने मुआवजा को लेकर शासन प्रशासन पर सवाल उठा रहे है बहरहाल जिला प्रशासन इस मामले की जांच करवाने की बात कह रहे है।