Mar 29, 2023
रायपुर। राहुल गांधी पर हुई कार्रवाई को लेकर कांग्रेस देशभर में प्रेस वार्ता कर रही है। इसी कड़ी में आज AICC महासचिव छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी शैलजा ने राजीव भवन में प्रेस वार्ता की। इस दौरान पीसीसी चीफ मोहन मरकाम, मंत्री टी एस सिंहदेव, मंत्री डॉ शिव डहरिया, डॉ. प्रेम साय सिंह टेकाम सहित वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
कुमारी शैलजा ने कहा - देश में ऐसा एक मुद्दा हमारे सामने है जो कभी नहीं हुआ। हमारे नेता राहुल गांधी के साथ पिछले दिनों चाहे वो अदालत का फैसला आया हो या उसके बाद का घटनाक्रम जो भी हुआ है। उसके तथ्य की बात हम मीडिया के सामने रखने आये है। कोर्ट के फैसले के बाद लोकसभा से किस तरह से सदस्यता समाप्त की गई। उसके पीछे गहरी चाल समझ आती है। राहुल जी ने पदयात्रा के दौरान अपनी बात उठाई। संसद में भी बात उठाई। हम बताना चाहते है कि राहुल गांधी के ऊपर यह कार्रवाई क्यों की गई ?
उन्होंने कहा,इससे समझ आता है कि राहुल जी ने पीएम की दुखती रग पर हाथ रख दिया है। राहुल ने पूछा था कि अडाणी के पास इतना पैसा कहां से आया? यह डिफेंस में कैसे काम कर रहे है। राहुल जी ने दूसरा सवाल पूछा की पीएम का अडानी से रिश्ता क्या है? उन्होंने रक्षा उद्योग से लेकर विदेशों में दिए गए बयानों के बारे में , उनके प्लेन के फोटो , पीएम के साथ के फोटो दिखाए लेकिन मोदी जी ने एक भी सवाल का जवाब देना मुनासिब नहीं समझा वे जवाब पर तो नहीं आये लेकिन विपक्ष के जवाब देना होता है।
उन्होंने सारी बातों को दरकिनार कर दिया गया। जबकि राहुल जी के बक्तव्य को सदन के रिकॉर्ड से निकाल दिया गया। मोदी जी किस बात से डरते है। क्या उनको लगता है कि यह सब बातें बाहर नही जाएंगी। ऐसी कोई बात तो नही थी जो रिकॉर्ड में नही रखी जा सकती थी। क्या कारण है कि संसद को सत्ता पक्ष नही चलने दे रहा है। जबकि सदन चलने की जिम्मेदारी सत्ता पक्ष के नेता की होती है। उनको डर है कि सदन चलेगा तो राहुल गांधी बोलेंगे।
जब राहुल गांधी के ऊपर बेनुनियाद आरोप लगाए गए। सरकार के मंत्रियों ने आरोप लगाए की उन्होंने विदेश में जाकर गलत बातें बोली। जबकि राहुल गांधी ने बार बार पत्र लिखा उन्होंने कहा उन्हें बोलने का मौका दिया जाए। पूरी तरह से सोच समझकर सदन की कार्यवाही को रोका गया।
दूसरा घटना क्रम है 13 अप्रेल 2019 को कर्नाटक में राहुल जी ने भाषण दिया। 16 मार्च को गुजरात के सूरत में मामला दर्ज कराया गया। उसके बाद खुद की शिकायत करता ने खुद की शिकायत पर रोक लगाने की मांग की उसके बाद फिर मामले की सुनवाई के लिए आवेदन दिया 27 फरवरी 2023 को अदालत में सुनवाई हुई। 23 मार्च को राहुल जी को मामले में दोषी करार देते हुए सजा भी सुनाई गई। 24 मार्च को लोकसभा ने राहुल जी की सदस्यता समाप्त कर दी।
पहला सवाल है कानूनी जो हमारे वकील अदालत में लड़ेंगे।
दूसरा मुद्दा है कि भाजपा की सरकार ने इस मामले को ट्विस्ट किया। क्योकि राहुल गांधी ने कुछ ऐसे सवाल उठाए जो पीएम के लिए कंफर्टेविल नही थे। इसलिए उनकी सदस्यता खत्म कर दी गई। उसके बाद उनको मकान खाली करने के लिए कह दिया गया। सोचिए जैसे उस मकान के बिना भाजपा सरकार नही चलेगी।
कुमारी सैलजा ने कहा कि राहुल गांधी के बारे में विदेश जाकर देश विरोधी बाते करने वाली बात बिल्कुल गलत है। जबकि उन्होंने कहा था कि कोई भी मुद्दा भारत का अंदरूनी मामला है हम उसको समझ लेंगे हमे हमारे संविधान पर पूरा भरोसा है। भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ओबीसी कार्ड खेला जबकि इस मामले में ओबीसी का मुद्दा कहाँ से आ गया खिसयानी विल्ली खंबा नोच रही है।