Dec 10, 2022
बॉलीवुड में लंबे समय से रीमेक फिल्मों की चर्चा है। आपको बता दें कि बॉलीवुड में पिछले कई सालों में जितनी तेजी से रीमेक कल्चर बढ़ा है, दर्शकों ने इसे उतना ही नापसंद किया है। लोकप्रिय दक्षिण, तमिल और तेलुगु फिल्मों के हिंदी रीमेक को दर्शकों ने नकार दिया है। ऐसे में रीमेक फिल्मों को लेकर कई तरह की बहस लगातार चल रही थी। अब इसे लेकर हिंदी फिल्मों के बड़े फिल्मकार करण जौहर (करण जौहर ऑन रीमेक फिल्म) सामने आए हैं। उन्होंने एक चैट शो में इस बारे में खुलकर बात की और इसे लेकर अपनी दलीलें दीं।
80 और 90 के दशक से रीमेक फिल्में बनती आ रही हैं
रीमेक फिल्म पर फिल्ममेकर करण जौहर ने रीमेक फिल्मों को लेकर कई बड़ी बातों का खुलासा किया है। फिल्म मेकर करण जौहर ने कहा कि ये आज अचानक से शुरू नहीं हुआ। तमिल और तेलुगु फिल्मों के रीमेक की शुरुआत 80 और 90 के दशक में हुई थी। इसके बाद 90 के दशक में प्रेम कहानियां रीमेक होने लगीं और हम इस रीमेक कल्चर में शामिल हो गए।
बॉलीवुड मूल सामग्री प्रदान करने में असमर्थ: करण जौहर
इतना ही नहीं करण जौहर ने ओरिजिनल कंटेंट को लेकर भी काफी कुछ बोला। उन्होंने कहा कि 70 के दशक में हमारे पास सलीम-जावेद थे, जो बहुत ही मौलिक और ताजा कहानी के साथ किरदारों को पर्दे पर लेकर आए। लेकिन, कमाई कम होने की वजह से हम ओरिजिनल कंटेंट डिलीवर करने में असमर्थ रहे।
इतना ही नहीं, ये सब बताते हुए करण जौहर ने खुद को इसके लिए जिम्मेदार भी ठहराया। उन्होंने कहा कि रीमेक कल्चर की वजह से हमने 70 के दशक की पुरानी जड़ों को खो दिया है। हम इसके दोषी हैं। यहां तक कि करण जौहर ने भी माना है कि बॉलीवुड ने हर लोकप्रिय तमिल और तेलुगु फिल्म का रीमेक बनाना शुरू कर दिया है और यहां से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री पिछड़ रही है।