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National Cinema Day 2024: जानिए सिनेमा डे को क्यो दिया जाता है महत्व

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Sep 20, 2024

सिनेमा प्रेमियों के लिए आज का दिन खास माना जाता हैं. जब हम भारतीय फिल्मों की बात करते हैं तो सब से पहले बॉलीवुड की फिल्मों को दर्शक याद करते है. भारतीय सिनेमा के प्रति उनका प्रेम और समर्थन इस बात को याद दिलाता है कि फिल्में ना केवल मनोरंजन की साथी है बल्कि संस्कृति और समाज का महत्वपूर्ण हिस्सा भी हैं. इस दिन शहर के थियेटर्स में विशेष कार्यक्रम किए जाते हैं साथ ही टिकिटों पर छूट दी जाती है, फिल्म प्रेमियों के लिए यह अपनी पसंदीदा फिल्में बड़े पर्दे पर देखने का बेहतरीन मौका होता है.

साइज़िंग द सिनेमा 2024 रिपोर्ट के मुताबिक 2023 में भारत में 15.7 करोड़ लोगों ने थिएटर में फिल्म देखी थी. इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारतीय सिनेमा को लेकर दर्शकों में कितना क्रेज हैं.

सिनेमा डे की शुरुआत

नेशनल सिनेमा डे की शुरुआत भारत में पहली बार 23 सितंबर 2022 से हुई थी. मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (MAI) दवारा covid 19 के बाद सिनेमा घरों को फिर से खोलने और दर्शकों को सिनेमा हॉल की तरफ फिर से आकर्षक करने के लिए ये दिन मनाया गया था.

सिनेमा डे का उद्देश्य

इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य सिनेमा के प्रति लोगों के अंदर जागरूकता बढ़ाना है, लोग अपने पसंदीदा फिल्मों को बड़े पर्दे पर देखने का आनंद ले सकें, यही इस दिन का लक्ष्य है, यह फिल्म उद्योग को समर्थन देने और नई फिल्में देखने के लिए प्रेरित करता है.

विशेष कार्यक्रम और छूट

इस दिन थियेटर्स में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। कई जगहों पर टिकिटों पर छूट दी जाती हैं. जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग अपनी फेवरेट मूवी देख सकते हैं. यह अवसर न सिर्फ दर्शकों को फिल्म देखने के लिए मोटिवेट करता है, बल्कि पुरानी फिल्मों को फिर से देखने का भी मौका देता है.

99रुपये में मिलेगी मूवी टिकट

मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (MAI) ने फिल्म प्रेमियों के लिए एक शानदार ऑफर की घोषणा की है. सिनेमा डे के खास मौके पर सिनेमा घरों में 99 रुपये में दर्शक फिल्में देख सकते हैं.

नेशनल सिनेमा डे से जुड़े तथ्य

भारत की सबसे पहली फिल्म राजा हरिश्चंद्र थी. यह एक साइलेंट फिल्म थी जिसे 1913 में दादा साहब फाल्के ने निर्देशित किया था.

भारत में पहली मोशन पिक्चर ‘द रेसलर्स’ 1899 में हरिश्चंद्र सखाराम भटावडेकर द्वारा बनाई गई थी.

1932 में रिलीज हुई बॉलीवुड फिल्म इंदर सभा में 70 गाने थे. यह एक ऐसी फिल्म थी जिसमें सबसे ज्यादा गानों का रिकॉर्ड है।

‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ भारतीय सिनेमा में सबसे लंबे समय तक चलने वाली फिल्म है. जिसने रिकॉर्ड भी बनाया था। 

 

 

 

 

 

Report By:
Author
Swaraj