Aug 28, 2016
जबलपुर। कलेक्टर अमित तोमर ने कृषि विभाग के अधिकारियों को आज निर्देश दिया कि फसलों में किसी भी प्रकार की बीमारी या कीटों का प्रकोप फैलने पर तत्काल इसकी सूचना दीजाए। कृषि विभाग के अधिकारी नियमित रूप से ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण कर किसानों से सम्पर्क करें। कलेक्टर ने कहा कि फसलों में होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए कृषि विभाग समय-समय पर किसानों को उपाय भी बताएं। जिससे किसान फसलों में होने वाली बीमारियों की रोकथाम कर सकें। कलेक्टर अमित तोमर गत दिवस कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कृषि विभाग एवं उससे संबंधित विभागों की समीक्षा कर रहे थे। समीक्षा बैठक में उप-संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं एस.के. वाजपेयी सहित कृषि विभाग से संबंधित विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
अंतरवर्तीय फसलों को प्राथमिकता:-
कृषि विभाग के अधिकारियों के द्वारा बताया गया कि जिले में किसानों के द्वारा हाईब्रिड धान की खेती की जा रही है। हाईब्रिड धान से किसानों को जमकर फसलों की पैदावार होगी। किसानों ने खेतों में मेगाडास्कर पद्धति से भी धान की रोपाई की है। किसानों के द्वारा अंतरवर्तीय फसलों को भी विशेष प्राथमिकता दिया गया है। किसानों के द्वारा कोदो, कुटकी, मक्का एवं अरहर के फसलों का भी पैदावार किया जा रहा है। किसानों को उच्च तकनीकी से फसलों का उत्पादन करने के लिए कृषि विभाग के द्वारा लगातार जानकारी दी जा रही है। कलेक्टर ने कृषि विभाग के अधिकारियों को दलहनी फसलों का रकवा बढाने को कहा है। किसानों को दलहनी फसलों की पैदावार बढाने के लिए उच्च किस्म के बीज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए है। कृषि विभाग के अधिकारियों के द्वारा बताया गया कि जिले के किसानों को कृषि यंत्रों का भी वितरण किया जा रहा है। किसानों को कृषि यंत्र संचालन के संबंध में पूरी-पूरी जानकारी दी जा रही है और किसानों के खेतों की मिट्टी का परीक्षण किया गया है।
किसान उच्च तकनीकी से खेती करें:-
कलेक्टर ने बैठक में किसानों को वितरित किए गए किसान क्रेडिट कार्ड के संबंध में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सभी किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड प्रदान किया जाये और किसानों को उच्च तकनीकी से खेती करने के लिए प्रेरित करें। कृषि को लाभ का धंधा बनाने के लिए जैविक खेती को बढावा दिया जाये। कलेक्टर ने किसानों को उच्च किस्म के बीज खाद एवं कीटनाशक दवाईयां उपलब्ध कराने को कहा है। उन्होंने इसके लिए किसानों की ग्रामवार सूची बनाने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने उद्यानिकी विभाग की भी समीक्षा की। उन्होंने सघन फलोद्यान कार्यक्रम के अंतर्गत किसानों को सब्जी एवं फलों की खेती करने के लिए प्रेरित करने को कहा। खेतों में सिंचाई की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए खेतों में स्पिंकलर एवं ड्रिप पद्धति से सिंचाई को प्राथमिकता देने को कहा। कलेक्टर ने उद्यानिकी विभाग के द्वारा किचन गार्डन भी तैयार करने तथा प्याज भण्डारण के लिए गोदामों का निर्माण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले में प्याज की खेती को भी बढावा दिया जावेगा। प्याज के खेती के लिए उद्यानिकी विभाग किसानों को तैयार करें।
पशु चिकित्सा विभाग की समीक्षा:-
कलेक्टर ने पशु चिकित्सा विभाग की भी समीक्षा की। उप-संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं ने बताया कि जिले में दुग्ध उत्पादन का कार्य किया जा रहा है। पशुओं का नियमित उपचार एवं औषधियों का वितरण किया जाता है। उन्होंने पशुओं के बधियाकरण, टीकाकरण एवं गर्भाधान की स्थिति के संबंध में भी जानकारी दी। पशुओं में होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए गांव-गांव शिविर लगाकर टीकाकरण किया गया है तथा पशुधन बीमा योजना के संबंध में जानकारी दी गई। कलेक्टर ने पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसान एवं महिलाओं को अण्डा व्यवसाय से भी जोड़ा जाए। किसान एवं महिलाएं अण्डा व्यवसाय को अपनाकर मुनाफा कमा सकते हैं।