Jan 16, 2020
दुर्गेश गुप्ता - राजधानी भोपाल में रेलवे में नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। इस गिरोह ने 2 हजार से ज्यादा लोगों को ठगा है और ठगी गई रकम करीब 90 से 100 करोड़ के आसपास जाने का अनुमान है। वहीं इस गिरोह के और आरोपी फरार हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस ने इस गिरोह के 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
गिरोह के पास से कई फर्जी दस्तावेज, रेलवे के अधिकारियों की सीले बरामद
राजधानी के बजरिया थाने में एक गोपाल सिंह ठाकुर नाम के शख्स ने मामला दर्ज करवाया कि उससे रेलवे में नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगा गया है और उससे 17 लाख के आसपास की रकम ली गई। मामले में पुलिस ने सूचना पर 2 आरोपिय़ों को गिरफ्तार किया, लेकिन जांच में जब और तथ्य सामने आए तो पुलिस के भी होश उड़ गए। इस गिरोह के पास से कई फर्जी दस्तावेज, रेलवे के अधिकारियों की सीले और रेलवे डीआरएम के फर्जी असिस्टेंट की आईडी के साथ-साथ करीब 20 हजार लोगों के दस्तावेज मिले हैं। साथ ही एक xuv 500 कार भी बरामद की है। पुलिस के अनुसार शुरुआती जांच में ये सामने आया है कि देश भर में इन लोगों ने 2 हजार से ज्यादा लोगों को ठगा है और इस ठगी की रकम 90 से 100 करोड़ के आसपास पहुंच रही है। इतना ही नहीं इस गिरोह का एक सदस्य सुधीर दोहरे 1997 बेच का कॉन्स्टेबल है जो धोखाधड़ी के चलते 2009 में सस्पेंड हो गया था।
ये लोग इश्तेहार देकर लोगों को अपने जाल में थे फंसाते
इस मामले की शिकायत गोपाल सिंह ठाकुर ने की जिसकी शिकायत पर ही इस मामले का खुलासा हुआ, पीड़ित का कहना है कि पैसे लेने के बाद बकायदा उसे भुसावल में रेलवे स्टेशन के पास एक प्राइवेट जगह पर 2 महीने की ट्रेनिंग भी दी गई और उसके बाद उसे नौकरी के लिए टाल दिया गया। उसके मुताबित जब उसे ट्रेनिंग दी जा रही थी तो उसके साथ उस दौरान 14 और लोग शामिल थे, जिन्हें ठगा गया था। ये लोग इश्तेहार देकर लोगों को अपने जाल में फंसाते थे। इसके साथ ही इनके कई दलाल भी फैले हुए थे, जो बेरोजगार लोगों को संपर्क करते थे और उन्हे नौकरी का झांसा देकर इनसे मिलवाते थे। पुलिस की माने तो इन लोगों की भुसावल की पुलिस के साथ भी साठगांठ होने की आशंका है जिसको लेकर जांच की जा रही है। उत्तर प्रदेश में भी इनके खिलाफ एक फरियादी ने मामला दर्ज करवाया था लेकिन उस दौरान कोई कार्रवाई नहीं हुई, हालांकि फरियादी का कहना है कि इन लोगों ने कई लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है।