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शर्मसार! दबंगों खेत से नहीं जाने दिया शवयात्रा, तालाब के रास्ते निकली शवयात्रा

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Aug 26, 2016

जबलपुर। मानवता को शर्मसार कर देने वाला एक मामला मध्य प्रदेश में सामने आया है। यहां ऊंची जाति के दबंग ने पिछड़ी जाति के लोगों को अपने खेत से शवयात्रा ले जाने के लिए रास्ता नहीं दिया. जिसके बाद मृतक के परिजनों को तालाब में चार फीट पानी से शवयात्रा निकालनी पड़ी. मामला मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के पनागर तहसील के बिहर गांव का है. जहां गुरुवार सुबह 70 वर्षीय कांतिबाई पटेल का निधन हो गया. श्मशान घाट की कच्ची सड़क पानी में डूबने की वजह से परिजन शवयात्रा को ऊंची जाति के एक शख्स की जमीन से गुजर रहे थे. आरोप है कि नलिन शर्मा नाम के इस शख्स ने पिछड़ी जाति के लोगों को अपनी जमीन से शवयात्रा लेकर जाने से रोक दिया।

परिवार को मजबूरन तालाब में चार फीट गहरे पानी से होकर श्मशान घाट पहुंचना पड़ा. हालांकि, वहां पहुंचने के बाद भी पटेल परिवार की समस्या खत्म नहीं हुई. श्मशान की जमीन पर किसी ने कब्जा कर धान उगाया हुआ था. मामला बिगड़ता देखकर गांव की सरपंच सपना बैरागी भी मौके पर पहुंच गई. करीब एक घंटे की जद्दोजहद के बाद निजी जमीन पर अंतिम संस्कार किया गया. पनागर तहसीलदार शैलेन्द्र बरोनिया ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में कहा कि, वैकल्पिक मार्ग होने के बावजूद तालाब से शवयात्रा निकाली गई और श्मशान घाट में जगह होने के बावजूद निजी जमीन पर अंतिम संस्कार किया गया. इस विवाद के निपटारे के लिए पटवारी और राजस्व निरीक्षक को मौके पर भेजकर जांच कराई जाएगी। स्थानीय विधायक इंदू तिवारी ने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए कहा कि इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की जाएगी।