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भोपाल में चयनित शिक्षकों का आंदोलन, नियुक्ति की मांग को लेकर रो पड़ीं महिलाएं

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Aug 18, 2021

चयनित शिक्षकों का भोपाल में बड़ा आंदोलन चल रहा है। प्रदेशभर से आए सैकड़ों चयनित शिक्षक घंटों से BJP दफ्तर का घेराव कर रहे हैं। साथ ही नारेबाजी भी कर रहे हैं। CM शिवराज सिंह चौहान से उनकी मांग है कि उन्हें जल्द नियुक्ति दी जाए, ताकि वे परिवार का भरण-पोषण कर सके। नारेबाजी के दौरान कई महिलाएं रो पड़ीं और कुछ बेहोश भी हो गईं। चयनित महिला शिक्षक 'हम होंगे कामयाब' का नारा लगा रही हैं। महिलाओं ने मुख्यमंत्री से नियुक्ति की मांग को लेकर उठक-बैठक की तो कई महिलाएं सड़क पर नतमस्तक भी हो गईं। इस दौरान कुछ महिलाएं हाथों में राखी की थालियां सजाकर पहुंची हैं। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री को राखी बांधकर नियुक्ति पत्र तोहफा में लेकर जाऊंगी।

3 साल पहले चयन, अब तक नियुक्ति नहीं

नारेबाजी के दौरान इंदौर की विनीता शर्मा की तबीयत बिगड़ गई। अन्य महिला साथियों ने विनीता को संभाला। विनीता का कहना है कि 3 साल पहले उसका संविदा शाला शिक्षक वर्ग-1 के पद पर चयन हो गया था, लेकिन स्कूल में अब तक नियुक्ति नहीं मिली है। इंदौर से आई एक अन्य चयनित शिक्षिका का कहना है कि नियुक्ति का लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं, लेकिन सरकार सोई हुई है, हमारी मांग पूरी नहीं हो रही है।

प्रदेशभर से आए चयनित शिक्षक

सुबह 9 बजे से ही प्रदेशभर से चयनित शिक्षकों ने BJP दफ्तर के बाहर डेरा डाल दिया। कुल 3 हजार चयनित शिक्षकों में करीब एक हजार महिलाएं हैं। कई महिलाएं ऐसी हैं, जो अपने दूधमुंहे बच्चों को साथ लाई हैं। किसी की गोद में बच्चा बैठा है तो किसी को उसके पिता संभाल रहे हैं।

हाथों में पूजा की थालियां, शिवराज के ट्वीट के फ्लैक्स-बैनर भी

प्रदर्शन कर रहीं कई महिलाओं के हाथों में सजी हुई थालियां दिखीं। थालियों में राखियां भी थीं। इन महिलाओं ने कहा कि वे चाहती हैं कि सीएम शिवराज सिंह चौहान उन्हें राखी का उपहार नियुक्ति के रूप में दें। दूसरी ओर सीएम शिवराज के ट्वीट किए हुए फ्लैक्स-बैनर भी बनवाए गए हैं, जिसमें शिवराज ने नियुक्ति की बात कही है।

प्रदेशभर से आए चयनित शिक्षक
सुबह 9 बजे से ही प्रदेशभर से चयनित शिक्षकों ने BJP दफ्तर के बाहर डेरा डाल दिया। कुल 3 हजार चयनित शिक्षकों में करीब एक हजार महिलाएं हैं। कई महिलाएं ऐसी हैं, जो अपने दूधमुंहे बच्चों को साथ लाई हैं। किसी की गोद में बच्चा बैठा है तो किसी को उसके पिता संभाल रहे हैं।