Oct 7, 2024
गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने रविवार को कहा कि अधिकारियों ने एक संयुक्त अभियान में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक कारखाने से एमडी ड्रग्स और उसका कच्चा माल जब्त किया है, जिसकी कीमत 1,814 करोड़ रुपये है.
भोपाल : यह छापेमारी 2500 वर्ग गज के शेड में चल रही एक फैक्ट्री में की गई थी. गुजरात ATS के अधिकारी बिना नंबर प्लेट वाली गाड़ियों में पहुंचे और NCB के साथ मिलकर छापेमारी की. मुख्य संदिग्ध के तौर पर पहचाने गए दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. यह फैक्ट्री, जो प्रतिदिन 25 किलोग्राम एमडी का उत्पादन करती पाई गई, अवैध दवा निर्माण का एक प्रमुख केंद्र बन गई थी. छापे के दौरान, अधिकारियों ने 907 किलोग्राम मेफेड्रोन, 5,000 किलोग्राम कच्चे माल और दवा बनाने के उपकरण जब्त किए. जब्त की गई चिज़ो में ग्राइंडर, मोटर, ग्लास फ्लास्क, हीटर और दवाओं के रासायनिक प्रसंस्करण में इस्तेमाल होने वाले अन्य उपकरण शामिल थे.
अधिकारियों ने बताया कि यह एटीएस गुजरात द्वारा पकड़ी गई अब तक की सबसे बड़ी अवैध ड्रग निर्माण इकाई है. फैक्ट्री में बड़ी मात्रा में मेफेड्रोन की आपूर्ति करने की क्षमता थी, जिसे संभवतः विभिन्न क्षेत्रों में वितरित किया जाता था.
ये छापा बंगरसरिया में चल रही एक फैक्ट्री में मारा गया था. जहां 1,814 करोड़ रुपये के ड्रग्स जब्त हुए हैं. मुख्य आरोपियों का नाम अमित और सान्याल बताया जा रहा है. फर्टिलाइजर बनाने के नाम पर इस फैक्ट्री को किराये पर लिया गया था. लेकिन यहां पर ड्रग्स बनाये जा रहे थे. इस मामले की गंभीरता को ऐसे समझा जा सकता है की जिन ड्रग्स को बरामद किया गया है उनकी कीमत 1,814 करोड़ रुपय बताई जा रही है. पूरी रेड गुजरात के एटीएस और एनसीबी ने मिलकर इस फैक्ट्री में मारी थी. जिसके बाद ये पूरा भंडाफोड़ हुआ है. ऐसे में सवाल ये भी है की इतने बड़े पैमाने पर प्रदेश में ड्रग्स का प्रोडक्शन हो रहा था और मध्यप्रदेश की पुलिस को भनक भी नहीं थी.