Oct 27, 2024
American Presidential Election : अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आने में अब गिनती के ही दिन बचे हैं. नतीजे 5 नवंबर को घोषित होने वाले हैं, जिस पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हुई हैं. इससे पहले, न्यूयॉर्क में बॉब स्ट्रीट जर्नल का एक प्रीपोल सर्वे सामने आया है.
इस सर्वे के मुताबिक ग्रैंड ओल्ड पार्टी के रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप डेमोक्रेटिक उम्मीदवार और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से 2 अंक आगे हैं. 47 फीसदी वोटर उनके पक्ष में हैं. जबकि 45 फीसदी वोटर भारतीय मूल की कमला हैरिस के पक्ष में हैं.
गौरतलब है कि अगस्त में इस जर्नल द्वारा कराए गए पोल सर्वे में हैरिस ट्रंप से 2 फीसदी आगे थीं. इसमें सामने आया था कि मतदाताओं ने 78 वर्षीय ट्रंप की तुलना में 60 वर्ष हैरिस को प्राथमिकता दी थी.
एक वक्त पर 52 फीसदी मतदाता हैरिस के पक्ष में थे, 48 फीसदी ट्रंप के पक्ष में थे. हैरिस 4 अंक से आगे थी. अब अचानक बदलाव आया है. ट्रंप के पास 47 फीसदी और कमला के पास 45 फीसदी वोटर हैं. सीबीएस न्यूज़ की रिपोर्ट है कि ट्रम्प ने ज्यादा मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित किया है.
इस चुनाव में जब बारह दिन बचे थे तब तक 3 करोड़ 10 लाख मतदाता वोट डाल चुके थे. इनमें 1 करोड़ 36 लाख ने व्यक्तिगत तौर पर वोट किया है. 1 करोड़ 77 लाख ने मेल-इन-बैलेट के जरिए वोट किया है.
सवाल यह है कि यह बदलाव क्यों हुआ? तो पर्यवेक्षकों का कहना है कि पहला कारण ट्रम्प की अमेरिका फर्स्ट नीति है. उनका कहना है कि अमेरिका के हितों की रक्षा किसी भी कीमत पर होनी चाहिए. विश्व की सर्वोच्च सत्ता का विश्व पर प्रभाव होना चाहिए. यह नारा अमेरिकियों को बहुत पसंद है. दूसरा, अप्रवासियों को अंदर आने देने की उनकी बात अमेरिकियों को रास नहीं आई है. अधिकांश अमेरिकी उनके इस तर्क को स्वीकार करते हैं कि दुनिया के छह देशों के अप्रवासी अमेरिका की अपनी खाद्य आपूर्ति पर संयुक्त राज्य अमेरिका को असाधारण नुकसान पहुंचाते हैं.
अप्रवासी माता-पिता की संतान होने के नाते हैरिस खुद अप्रवासियों पर मनोवैज्ञानिक रूप से कठोर नहीं हो सकते. ऐसा बहुत से बुद्धिमान अमेरिकी मानते हैं.