Oct 7, 2024
रेल मंत्री ने रविवार को एमपी के मुरैना जिले में जौरा से कैलारस तक एक ट्रेन सेवा को वर्चुअली हरी झंडी दिखाई, जिसके बाद इस मार्ग को नैरो गेज से ब्रॉड गेज में बदल दिया गया.
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि मध्य प्रदेश में रेलवे के विकास के लिए 14,700 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. रेल मंत्री ने रविवार को मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में जौरा से कैलारस तक एक ट्रेन सेवा को वर्चुअली हरी झंडी दिखाई, जिसके बाद इस मार्ग को नैरो गेज से ब्रॉड गेज में बदल दिया गया है.
केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और मप्र विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने भी जौरा स्टेशन से ट्रेन के रवाना होने पर हरी झंडी दिखाई.
वैष्णव ने कार्यक्रम में अपने वर्चुअल संबोधन में कहा, "मप्र में रेलवे के विकास के लिए 14700 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. अभी मध्य प्रदेश में पांच वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं. पिछले 10 सालों में प्रदेश में 222 किलोमीटर नई रेल लाइनें, 1,200 किलोमीटर मल्टी-ट्रैकिंग और 707 किलोमीटर गेज परिवर्तन परियोजनाएं पूरी हुई हैं."
उन्होंने कहा, "ग्वालियर-श्योपुरकलां (188 किमी) नैरो गेज ट्रैक को 2,355 करोड़ रुपये की लागत से ब्रॉड गेज में बदला जा रहा है. जौरा से कैलारस के बीच 61 किलोमीटर के मार्ग को परिवर्तित किया गया है. गेज परिवर्तन का काम जुलाई 2025 तक पूरा हो जाएगा." वैष्णव ने कहा कि गेज परिवर्तन परियोजना से मुरैना के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा, औद्योगिक विकास में तेजी आएगी, रोजगार पैदा होंगे और परिवहन लागत और समय में कमी आएगी. उन्होंने कहा, "मध्य प्रदेश में कनेक्टिविटी में सुधार के साथ-साथ आपदा प्रबंधन और परियोजना निगरानी के लिए ड्रोन और जीपीएस ट्रैकर्स का उपयोग किया जा रहा है. इसके अलावा, यात्री सेवाओं के साथ-साथ ग्वालियर और खजुराहो स्टेशनों का भी पुनर्विकास किया जा रहा है."