Sep 6, 2025
बीजेपी के ‘एक परिवार एक पद’ फॉर्मूले पर सियासी घमासान: कांग्रेस ने साधा निशाना, बीजेपी बोली- जिम्मेदारी ही हमारा मंत्र
मध्य प्रदेश में बीजेपी के ‘एक परिवार एक पद’ फॉर्मूले पर सियासी बवाल मच गया है। कांग्रेस ने बीजेपी पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया, तो बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि पार्टी में पद नहीं, जिम्मेदारी दी जाती है। दोनों दलों के प्रवक्ताओं के बीच तीखी बयानबाजी ने राजनीतिक माहौल गरमा दिया है। यह विवाद बीजेपी की कार्यकारिणी और संगठनात्मक नियुक्तियों को लेकर और तेज हो गया है।
कांग्रेस का तीखा हमला
कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव बरौलिया ने बीजेपी पर कथनी और करनी में अंतर का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी परिवारवाद की पर्याय बन चुकी है। बरौलिया ने तंज कसते हुए कहा, “अगर बीजेपी में एक परिवार से दो लोग न हों, तो उनकी कार्यकारिणी की सूची बन ही नहीं सकती।” कांग्रेस का दावा है कि बीजेपी का ‘एक परिवार एक पद’ फॉर्मूला केवल दिखावा है।
बीजेपी का पलटवार
बीजेपी प्रवक्ता मंजरी जैन ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि बीजेपी में पद नहीं, बल्कि जिम्मेदारी दी जाती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रदेश अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष और आंतरिक समितियां कार्यकर्ताओं की मेहनत और योग्यता के आधार पर जिम्मेदारियां सौंपती हैं। जैन ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “कांग्रेस को हर जगह अपनी पार्टी की छवि ही दिखाई देती है।”
परिवारवाद पर सवाल
कांग्रेस ने बीजेपी की संगठनात्मक नियुक्तियों पर सवाल उठाए। बरौलिया ने दावा किया कि कई जिलों में एक ही परिवार के सदस्यों को अहम पद दिए गए, जो बीजेपी के फॉर्मूले के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि यह नीति केवल जनता को गुमराह करने का हथकंडा है।
बीजेपी की सफाई
बीजेपी ने अपने संगठनात्मक ढांचे का बचाव किया। जैन ने कहा कि पार्टी में हर कार्यकर्ता को योग्यता के आधार पर मौका मिलता है, चाहे वह किसी भी परिवार से हो। उन्होंने जोर देकर कहा कि बीजेपी का फोकस संगठन को मजबूत करना और जनता की सेवा करना है।
सियासी माहौल गरमाया
इस विवाद ने मध्य प्रदेश की राजनीति में नया मोड़ ला दिया है। दोनों दलों के बीच बयानबाजी तेज होने से कार्यकर्ताओं में भी उत्साह बढ़ा है। विश्लेषकों का मानना है कि यह मुद्दा आगामी संगठनात्मक चुनावों और स्थानीय निकाय चुनावों में असर डाल सकता है।
कांग्रेस की रणनीति
कांग्रेस इस मुद्दे को जनता के बीच ले जाकर बीजेपी की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश में है। पार्टी का कहना है कि बीजेपी का दोहरा चरित्र अब उजागर हो चुका है।
बीजेपी का दावा: हम अलग
बीजेपी ने अपने कार्यकर्ता-केंद्रित मॉडल पर जोर दिया। जैन ने कहा कि बीजेपी में हर कार्यकर्ता को समान अवसर मिलता है, और संगठन का ढांचा पारदर्शी और लोकतांत्रिक है।
आगे की सियासत
यह विवाद बीजेपी के आंतरिक संगठन और कांग्रेस की रणनीति को लेकर सवाल उठा रहा है। दोनों दलों के बीच यह तकरार भविष्य में और तेज हो सकती है, खासकर जब संगठनात्मक नियुक्तियां और चुनाव नजदीक आएंगे।