Sep 4, 2022
उत्तराखंड विधानसभा में हुई भर्तियों की जांच को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा था। जिसके बाद से ही ये तय माना जा रहा है कि इस अनियमितता की सख्ती से जांच की जाएगी। विपक्ष भी इन भर्तियों को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधते नजर आ रहा है। फिलहाल, गेंद विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी के पाले में है। इसी के साथ ही राज्य के लाखों बेरोजगारों की निगाहें विधानसभा अध्यक्ष के एक्शन पर टिकी हुई हैं।
क्या रद्द होंगी विधानसभा में हुई नियुक्तियां ?
उत्तराखंड के हर बेरोजगार युवा बस एक ही बात जानना चाहता है कि आखिर विधानसभा में हुई भर्तियों के खिलाफ सरकार का क्या फैसला होगा। चाहे बात पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल के कार्यकाल की करें या पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के कार्यकाल की, दोनों के कार्यकाल में हुई भर्तियों को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री के पत्र का विपक्ष ने किया स्वागत
आपको बता दें कि विधानसभा भर्तियों की जांच को लेकर मुख्यमंत्री के पत्र का विपक्ष ने भी सराहना कि है, लेकिन कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी का कहना है, "विधानसभा में हुई यह भर्तियां निरस्त होनी चाहिए। इसके साथ ही जोशी ने पूर्व विधानसभा अध्यक्षों के कार्यकाल में हुई नियुक्तियों को लेकर भी सवाल उठाए हैं। मथुरा दत्त का कहना है कि पारदर्शी तरीके से आयोग के जरिए भर्तियां करवाई जानी चाहिए। आज सवाल लाखों बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ ही उत्तराखंड राज्य की साफ-सुथरी छवि का भी है।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने दी मुख्यमंत्री को सलाह
उधर पूर्व सीएम हरीश रावत ने सोशल मीडिया से बात करते हुए कहा है कि 'मैं मुख्यमंत्री के बयान की सराहना करता हूं। सारी नियुक्तियों की जांच होनी चाहिए और मैं मुख्यमंत्री जी से आग्रह करना चाहूंगा कि इन नियुक्तियों की अपने स्तर पर भी स्कैनिंग करें जो नियुक्ति नियम और विधि विधान के विरुद्ध हुई है, उन नियुक्तियों को विधानसभा प्रस्ताव पारित करके कैंसिल कर दे। ताकि किसी भी अध्यक्ष को भविष्य में परेशानियों का सामना न करना पड़े।' साथ ही भर्ती घोटाले को लेकर हरीश रावत ने कहा कि 'मेरे इतने साल के करियर में एक ऐसा व्यक्ति बता दीजिए मेरे जान पहचान का जिसे नौकरी दी गई हो! मैंने मदद जरूर की है, लेकिन मैंने नौकरी में किसी के हक को नहीं मारा है। ये एक परंपरा है जिसका पालन मैंने किया है।'