Sep 4, 2022
बीते शुक्रवार को योगी सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) की तर्ज पर लखनऊ के आसपास के इलाकों को जोड़ कर 'उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र' (SCR) विकसित किया जाएगा। SCR लखनऊ सहित सात जिलों के 28,016 किमी के एरिया में फैला होगा। इनमें उन्नाव, सीतापुर, रायबरेली, बाराबंकी, कानपुर नगर और कानपुर देहात को शामिल किया जा सकता है। इसके लिए सीएम ने एक हफ्ते के अंदर प्रपोजल तैयार करने के निर्देश दिए हैं। सरकार ने दावा किया है कि इससे विकास कार्यों की रफ्तार बढ़ जाएगी और एक नया डेवलपमेंट मॉडल तैयार होगा। बता दें कि सीएम ने लखनऊ में मेट्रो रेल के अगला चरण शुरू करने के लिए भी एक सप्ताह में कार्य योजना तैयार करने को कहा है।
अधिकारियों को निर्देश
शुक्रवार को सीएम योगी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी विकास परियोजनाओं की गतिविधियां की जांच कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि लखनऊ की बढ़ती आबादी को देख कर आसपास के शहरों का भी सुनियोजित विकास के लिए एससीआर का गठन जरूरी हो गया है। उन्होंने आवास विभाग के अधिकारियों को एससीआर गठन के लिए एक प्लान तैयार करने को कहा है। इस पर अमल के लिए मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा और आवास एवं शहरी नियोजन विभाग के अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में दो समितियां गठित की जाएगी।
सीएम ने अधिकारियों से आने वाले 50 सालों की जरूरतों के लिए मास्टर प्लान तैयार करने को कहा है।
लखनऊ मेट्रो के लिए प्रस्ताव
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान लखनऊ मेट्रो के दूसरे चरण का प्रस्ताव मांगा है। इसके साथ सीएम ने प्रदेश के प्रमुख शहरों के विकास के लिए सिटी डेवलपमेंट प्लान तैयार करने को भी कहा है। इनमें लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, मुरादाबाद, सहारनपुर, झांसी, मथुरा, बरेली, मेरठ, आगरा, चित्रकूट, वाराणसी और प्रयागराज शामिल किए गए हैं।








