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अभिनंदन के बैचमेट हैं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, हेलिकॉप्टर क्रैश में अकेले बचे, अब ICU में

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Dec 9, 2021

तमिलनाडु के नीलगिरी जिले में बीते बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य जवानों का निधन हो गया। आपको बता दें कि कोयंबटूर और सुलूर के बीच दुर्घटनाग्रस्त हुए एमआई-सीरीज के हेलिकॉप्टर में कुल 14 लोग सवार थे। हालाँकि इन सभी में से एक ही जीवित बचे हैं।

वेलिंगटन में सेना के अस्पताल में चल रहा इलाज
बताया जा रहा है घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का वेलिंगटन में सेना के अस्पताल में इलाज चल रहा है। हाल ही में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के रिश्तेदार और कांग्रेस नेता अखिलेश प्रताप सिंह ने बताया, बीती रात उनकी (वरुण सिंह) कुछ सर्जरी हुई हैं और फिर उन्हें आईसीयू वार्ड (वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल) में शिफ्ट कराया गया। डॉक्टरों का कहना है कि अगले 48 घंटे अहम हैं। आप सभी को बता दें कि आज इस हादसे के बारे में लोकसभा में रक्षा मंत्री ने कहा, 'कुन्नूर के पास जंगल में कुछ स्थानीय लोगों ने हेलिकॉप्टर के अवशेषों को आग की लपटों से घिरा हुआ देखा। स्थानीय प्रशासन से एक बचाव दल घटनास्थल पहुंचकर बचाव अभियान कर लोगों को अस्पताल पहुंचाया। हेलिकॉप्टर में सवार कुल 14 में से 13 लोगों की मौत हो गई।' वहीं दूसरी तरफ AAP नेता संजय सिंह ने भी दुःख जताया।ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह देवरिया के खोरमा कन्हौली गांव के रहने वाले हैं। तेजस विमान उड़ाने के दौरान खराबी आने के बाद उन्‍होंने इमरजेंसी लैंडिंग करवाई थी जिसके लिए उन्‍हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया जा चुका है। वरुण सिंह के चाचा अखिलेश प्रताप सिंह कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता है।  

इतने सुरक्षित विमान में ऐसी घटना ?
उन्होंने कहा, 'CDS बिपिन रावत जी, उनकी पत्नी और बाकी लोगों के प्रति मैं संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। ये एक चिंता का विषय है कि इतने सुरक्षित विमान में ऐसी घटना कैसे हो गई। इसके लिए पीएम और रक्षा मंत्री जरूर कोई कदम उठाएंगे, जिससे ये हादसा क्यों हुआ इसका पता चल पाए।' इसी के साथ जम्मू में एक स्कूल के छात्रों ने CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी सहित 11 अन्य लोगों को दी श्रद्धांजलि दी। इस दौरान एक छात्र ने कहा, ‘भारत के लिए उन्होंने जो किया वो हम नहीं भूल सकते हैं। उनका जाना हमारे लिए बहुत बड़ी क्षति है। ये हमारे देश के लिए एक दर्दनाक हादसा है।’ आपको बता दें कि इस हादसे में जान गंवाने वालों के पार्थिव शरीर को मद्रास रेजिमेंट सेंटर से सुलूर की ओर ले जाया जा रहा है।