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26 जनवरी की परेड में हिस्सा लेगी त्रि-सेना की संयुक्त महिला टुकड़ी, बीटिंग रिट्रीट होगी पूरी तरह स्वदेशी

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Jan 3, 2024

26 जनवरी की परेड की तैयारी शुरू, इस बार पूरी तरह से स्वदेशी बीटिंग रिट्रीट

गणतंत्र दिवस पर पहली बार तीनों सेनाओं की संयुक्त महिला टुकड़ी का नेतृत्व एक महिला सैन्य अधिकारी करेंगी

26 जनवरी 2024: बीटिंग रिट्रीट इस साल पूरी तरह से स्वदेशी होगी. जानकारी के मुताबिक इस साल बीटिंग रिट्रीट में जो भी धुनें बजेंगी वो पूरी तरह से स्वदेशी होंगी. जिसके लिए धुनों का चयन भी कर लिया गया है. इसके अलावा गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार नौसेना, वायुसेना और नौसेना की महिला फायर फाइटर्स की संयुक्त टुकड़ी शामिल होगी। जिसका नेतृत्व तीनों सेनाओं की महिला अधिकारी करेंगी. पहली बार, त्रि-सेवा (थलसेना, नौसेना, वायु सेना) की टुकड़ी परेड में मार्च करेगी।

प्रत्येक धुन बीटिंग रिट्रीट की मूल धुन है

'एबाइड विद मी' गाने को 2022 में बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी से हटा दिया गया था। 1950 से यह धुन हर साल बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी के दौरान बजाई जाती है। इससे पहले 2020 में भी इसे हटाने की कोशिश की गई थी लेकिन विवाद के बाद इसे फिर से बहाल कर दिया गया था। सूत्रों के मुताबिक इस बार बीटिंग रिट्रीट में हर धुन स्वदेशी होगी. इसमें ताकत वतन की हमसे है, कदम कदम बढ़ाए जा, ए-मेरे वतन के लोगो, फौलाद का जिगर, शंखनाद, भागीरथी आदि धुनें शामिल हैं। बीटिंग रिट्रीट सेना की बैरक में वापसी का प्रतीक है।

बीटिंग रिट्रीट परेड में त्रि-सेवा महिला दल मार्च करेगा

बीटिंग रिट्रीट से पहले गणतंत्र दिवस समारोह में पहली बार भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना की महिला फायर फाइटर्स की संयुक्त टुकड़ी होगी. अब तक ट्राइ-सर्विस कंटिंजेंट यानी तीनों सेनाओं की संयुक्त टुकड़ी ने गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा नहीं लिया है. इस वर्ष पहली बार त्रि-सेवा दल होगा। सूत्रों के मुताबिक, इसका नेतृत्व भारतीय सेना की एक महिला अधिकारी करेंगी. उनके पीछे सेना महिला अग्निशामक, नौसेना महिला अग्निशामक और वायु सेना महिला अग्निशामक के तीन दस्ते समानांतर में मार्च करेंगे। इनका नेतृत्व इन बलों की महिला अधिकारी करेंगी. तीनों सेनाओं की परेड शैली भी अलग-अलग होती है, इसलिए सेना, नौसेना और वायु सेना की महिला फायरमैन भी गणतंत्र दिवस परेड के लिए अपने मार्चिंग कौशल को बेहतर बना रही हैं ताकि वे कर्तव्य पथ पर कदम से कदम मिलाकर चल सकें।