May 2, 2023
पहलवानों के विरोध का सबसे बड़ा चेहरा विनेश ने दावा किया कि राष्ट्रीय शिविर के दौरान पहले भी दो बार यौन उत्पीड़न के मामले सामने आए थे लेकिन भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) इस मामलेपूरी तरह दबा दिया।
स्टार पहलवान विनेश फोगट ने मंगलवार को आरोप लगाया कि पूर्व में डब्ल्यूएफआई ने यौन उत्पीड़न से जुड़ी शिकायतों को दबा दिया था और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने ठोस कार्रवाई करने के बजाय निरीक्षण पैनल बना दी । विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता ने कहा कि शिकायतकर्ताओं ने खेल मंत्री के साथ बैठक में अपनी आपबीती साझा की थी लेकिन उन्होंने निरीक्षण पैनल गठित करने के अलावा कुछ नहीं किया। पहलवानों ने सरकार से इस मामले की जांच का आश्वासन मिलने के बाद जनवरी में अपना विरोध वापस ले लिया था और डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए पांच सदस्यीय पैनल का गठन किया गया था।
विनेश फोगट कहती हैं कि तीन महीने पहले उन्होंने सरकार को सब कुछ समझा दिया था
"हमने अपना विरोध शुरू करने से पहले, , एक सरकारी अधिकारी को सब कुछ समझाया था कि कैसे यौन उत्पीड़न हो रहा था और कैसे महिला पहलवानों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था। एथलीटों को एक ऐसे मंच पर धकेला जा रहा था जहाँ वे अपने साथ कुछ भी कर सकते थे।"
"हमने तीन-चार महीने इंतजार किया लेकिन जब कुछ नहीं हुआ तो हम जंतर मंतर आ गए। जब हम खेल मंत्री से मिले तो महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं को साझा किया। लड़कियां उनके सामने रो रही थीं लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।"
विनेश ने कहा, "खेल मंत्री ने एक समिति बनाकर मामले को फिर से दबाने की कोशिश की। हमने इस मुद्दे को हर स्तर पर उठाने की कोशिश की, लेकिन इस मामले को हमेशा दबा दिया गया।"