Jun 2, 2021
PETA के साथ जारी विवाद के बीच भारतीय डेयरी अमूल ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखते हुए पेटा पर कार्रवाई करने की माँग की है। अमूल के वॉइस प्रेसीडेंट वलमजी हंबल (Valamji Humbal) ने पेटा पर लोगों की आजीविका के साधन को बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए उस पर बैन लगाने का अनुरोध किया है। हंबल ने यह भी कहा कि पेटा की हरकतों से भारतीय डेयरी क्षेत्र की छवि धूमिल हो रही है।
GDP में डेयरी क्षेत्र का अहम योगदान
एक प्रेस विज्ञप्ति में हंबल ने जोर देते हुए कहा कि भारत के सकल घरेलू उत्पाद में डेयरी क्षेत्र का अहम योगदान है और ऐसे NGO की गलत सूचनाओं से GDP पर विपरीत असर हो सकता है। उन्होंने भारत के दुग्ध उद्योग के खिलाफ षड्यंत्र का भी आरोप लगाया है। गुजरात के दुग्ध उत्पादकों का हवाला देते हुए, हंबल ने डेयरी उद्योग की छवि को नुकसान पहुंचने की साजिश करने वालों पर बैन लगाने की माँग की है। हंबल ने कहा कि, “भारत की GDP में डेयरी क्षेत्र का महत्वपूर्ण योगदान है, किन्तु इस गैर सरकारी संगठन जैसे अवसरवादी तत्वों द्वारा फैलाई गई गलत सूचना से GDP पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। ऐसे संगठन भारत के दूध उत्पादकों को बेरोजगार करने की साजिश का हिस्सा हैं।
डेयरी क्षेत्र की छवि हो रही धूमिल
हंबल ने आगे कहा कि, “गुजरात के दूध उत्पादक पीएम मोदी से ये आग्रह कर रहे हैं कि वे उन संगठनों पर प्रतिबंध लगाने के लिए जरुरी कार्रवाई शुरू करें, जो गलत और भ्रामक सूचना अभियानों के माध्यम से डेयरी क्षेत्र की छवि को धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं। ये संगठन सिंथेटिक दूध का उत्पादन करने वाली बहुराष्ट्रीय कंपनियों के संयंत्रों को बढ़ावा दे रहे हैं।








