Sep 9, 2024
आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने एक बयान देकर लोगों को धार्मिक कट्टरता के खिलाफ आगाह किया है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि 'देश में ऐसा माहौल बनाना चाहिए जिसमें इंसानों की न तो हत्या हो और न ही लिंचिंग हो.' पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए इंद्रेश कुमार ने गार्डों की हिंसा के सवाल पर कहा कि भीड़ की हिंसा किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है. धर्म या जाति से परे भीड़ द्वारा हत्या निंदनीय है. उन्होंने गोहत्या पर प्रतिबंध लगाने की भी बात कही. उन्होंने कहा कि सभी जाति-धर्म के लोगों को अपने आचरण का पालन करना चाहिए और दूसरों का भी सम्मान करना चाहिए. उन्होंने धार्मिक कट्टरता और उससे होने वाली हिंसा से सावधान रहने की भी अपील की.
इंद्रेश ने कहा कि हमारा देश विविधताओं से भरा है, अलग-अलग भाषाएं, धर्म, जातियां, खान-पान, प्रथाएं और बोलियां हैं लेकिन संविधान एक है. गणेश चतुर्थी के दिन मधेपुरा के सिंहेश्वर स्थान में शुरू हुआ पंचमधम महामृत्युंजय यज्ञ 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन पटना में संपन्न होगा. यज्ञ यात्रा 12 फरवरी को पटना पहुंचेगी. उनके आगमन के समय 15 दिनों तक कई कार्यक्रम होंगे.
पंचधाम न्यास के संरक्षक इंद्रेश ने कहा कि बिहार के 108 प्राचीन शिव मंदिरों को कवर करते हुए 150 दिनों की तीर्थयात्रा होगी. 16 फरवरी से 26 फरवरी तक पटना में महायज्ञ होगा. इसका समापन 26 फरवरी को महाशिवरात्रि और शिव बारात के रूप में होगा. महायज्ञ की शुरुआत सिंहेश्वर मंदिर से की जाती है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण स्वयं भगवान विष्णु ने किया था. सिंहेश्वर में कई जिलों से 21 हजार कन्याओं ने कलश के साथ भगवान शिव के महामृत्युंजय यज्ञ की पूजा की.
जातीय जनगणना पर इंद्रेश ने कहा कि आरएसएस अध्यक्ष मोहन भागवत ने जो कहा है वह संघ के 100 फीसदी स्वयंसेवकों का विचार है. जाति एक वास्तविकता है जिसे हम नकार नहीं सकते लेकिन हमें नस्लवाद के जहर को दूर करने पर ध्यान देना चाहिए. इस प्रकार हमारा यह भी मानना है कि अनेक धर्म हैं और होंगे. लेकिन धार्मिक कट्टरता और उससे होने वाली हिंसा से सावधान रहें. देश और दुनिया के कई हिस्सों में लोग मांसाहारी हैं लेकिन यह समझना चाहिए कि लोग गाय के प्रति संवेदनशील हैं. हमें ऐसा माहौल बनाने की कोशिश करनी चाहिए जिसमें कोई हत्या न हो, इंसानों की लिंचिंग न हो.'