Feb 3, 2023
यूपी बोर्ड 16 फरवरी से शुरू हो रही हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं को लेकर काफी सतर्कता बरत रहा है। नियमों में बदलाव के साथ-साथ यह समय-समय पर नई अधिसूचना भी जारी कर रहा है। परीक्षा कॉपी फ्री और पूरी पारदर्शिता के साथ हो। इसे ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने पहली बार परीक्षार्थियों को कॉपियों के प्रत्येक पृष्ठ पर रोल नंबर के साथ उत्तर पुस्तिका संख्या लिखना अनिवार्य कर दिया है। नई व्यवस्था लागू होने से उत्तर पुस्तिका के पेज बदलने की गुंजाइश खत्म हो जाएगी।
प्रत्येक पृष्ठ पर क्रम संख्या लिखने का उद्देश्य क्या है?
कॉपियों के पन्नों पर रोल नंबर लिखने के पीछे बोर्ड का मकसद कॉपियों से छेड़छाड़ को रोकना है। पूर्व में बोर्ड को कॉपियों के पन्नों के साथ पूरी कॉपियां बदलने की शिकायतें मिलती रही हैं। जिससे परीक्षा की शुचिता पर सवाल उठे हैं। इस बार बोर्ड यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रहा है कि ऐसा कोई मामला सामने न आए। बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया है कि परीक्षा संपन्न होने के बाद यह भी सुनिश्चित किया जाए कि कक्ष में मौजूद सभी परीक्षार्थियों की उत्तर पुस्तिकाएं जमा हो जाएं। इसके बाद ही उन्हें कमरे से बाहर जाने देना चाहिए।
समस्याओं का शीघ्र निदान कर बोर्ड को रिपोर्ट भेजना
बोर्ड के निर्देश पर मॉक फ्री प्रायोगिक परीक्षा को लेकर पहली बार क्षेत्रीय कार्यालय प्राचार्यों से फोन पर बात कर रहा है। इस बीच प्रायोगिक परीक्षा के दौरान होने वाली दिक्कतों को पूछा जा रहा है। साथ ही यथासंभव निदान किया जा रहा है। केंद्र पर मौजूद विद्यार्थियों से प्रायोगिक परीक्षा में आ रही दिक्कतों के बारे में भी पूछा जा रहा है। जिसके अनुसार प्राचार्य से बात की गई, किस छात्र से बात की गई, उनके मोबाइल नंबर सहित रिपोर्ट माध्यमिक शिक्षा मंडल को भेजी जा रही है। बोर्ड इन नंबरों पर कॉल करके क्षेत्रीय बोर्ड कार्यालय द्वारा की गई कॉल की जानकारी की भी पुष्टि कर रहा है। बोर्ड के उप सचिव डॉ। आरपी सिंह ने कहा कि बोर्ड के निर्देश पर पहली बार यह व्यवस्था लागू की गई है।
क्या कहते हैं अधिकारी
डीआईओएस ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया ने कहा कि बोर्ड की इस पहल से कॉपियों में कोई बदलाव नहीं होगा। मामला प्रकाश में आने पर जांच कराई जाएगी। किसी भी स्थिति में बोर्ड परीक्षा की शुचिता प्रभावित नहीं होने दी जाएगी।








