Oct 17, 2024
बरसात और ठंड के मौसम में बीमारियां फैलने का खतरा सबसे अधिक रहता है. ज्यादातर बीमारियां मच्छर के काटने से फैलती है. यह कई जानलेवा बीमारियों की वजह भी बन सकता है कहा जाता है की इंसानों के लिए मच्छर का काटना खतरनाक साबित हो सकता है. सबसे बड़ी मुश्किल ये है कि मच्छरों को देखकर पहचान नहीं जा सकता हैं कि कौन सा मच्छर कौन सी बीमारी को फैलाता है. World Health Organization के अनुसार पूरी दुनिया में हर साल मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों से 10 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है.
मच्छरों के काटने से होती है 10 से ज्यादा बिमारियां
मच्छरों के काटने से 10 से ज्यादा बिमारियां होती हैं. इनमें डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी बिमारियां शामिल हैं. खासकर डेंगू का मच्छर हमेशा सुबह के वक्त ही काटता हैं. इस बीमारी को फैलाने वाले एडीज एजिप्टी Aedes Aegypti मच्छर हर साल दुनिया भर में 39 करोड़ से अधिक लोगों को संक्रमित करता हैं. डेंगू के मच्छर के काटने से डेंगू बुखार, डेंगू हेमोरेजिक बुखार और डेंगू शॉक सिंड्रोम जैसी बीमारियां हो सकती है.
मलेरिया
मलेरिया का मच्छर रात में ज्यादा एक्टिव होता हैं. ये रात के समय लोगों को काटता है. जिससे मलेरिया बुखार हो जाता है, यह कई हद तक जानलेवा भी हो सकता है. समय पर डॉक्टर से सला ना लेने पर इंसान की जान भी जा सकती है. दुनिया भर में हर साल करीब 25 करोड़ मामले सामने आते हैं. मलेरिया के मच्छर 5 तरह के होते है. इसमें प्लाज्मोडियम, फाल्सीपेसम, प्लाज्मोडियम वीवेक्स, मलेरिया, प्लाज्मोडियम नोलेसी है.
चिकनगुनिया
चिकनगुनिया एडीज अल्बोपिक्टस Aedes Albopictus मच्छर के काटने से फैलता है. डेंगू के मच्छर भी चिकनगुनिया होने का कारण बन सकता हैं. ये मच्छर डेंगू की तरह सुबह और शाम के वक्त ही काटता हैं. जिससे चिकनगुनिया बुखार हो सकता है, यह घुटनों में दर्द और बुखार का कारण भी बनता है. फिलहाल चिकनगुनिया का कोई सटीक इलाज नहीं है. इसे एंटीवायरल दवाईयों से ही ठीक किया जाता है.