Apr 6, 2024
कांग्रेस ने दलबदलू पर और भाजपा ने हरल्ले पर दाव लगाया
भोपाल। बीहड़ और चंबल नदी से विख्यात मुरैना लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने ठाकुर प्रत्याशी को मैदान में उतारकर चुनाव को रोचक बना दिया है। यहां से भाजपा ने भी ठाकुर प्रत्याशी को मैदान में उतारा है। चुनावी इतिहास को खंगाले तो यहां पर कांग्रेस और भाजपा के बीच अब तक हुए चुनाव में कांटे का मुकाबला रहा है। हालांकि पिछले चुनाव में मोदी लहर होने के बावजूद यहां से भाजपा को 1 लाख वोटों से ही जीत मिली थी, जबकि मप्र की अन्य सीटों पर जीत का अंतर लाखों वोटों का रहा था। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का गृह क्षेत्र होने एवं पार्टी के कद्दावर नेता और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर का क्षेत्र होने के कारण सीट चर्चा में रहेगी।
प्रत्याशी परिचय
भाजपाः शिवमंगल सिंह तोमर
भाजपा ने यहा से शिवमंगल सिंह तोमर को मैदान में उतारा है। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के करीबी शिवमंगल 2008 में विधानसभा चुनाव लड़कर 256 वोट से जीतकर विधानसभा में पहुंचे थे। इसके बाद के चुनाव में उन्हें हार का सामना भी करना पड़ा था। भाजपा के जिला महामंत्री व उपाध्यक्ष रह चुके 59 वर्षीय तोमर जिला सहकारी बैंक के चेयरमेन भी रह चुके हैं।
कांग्रेसः सत्यपाल सिंह सिकरवार
राजनैतिक परिवार से वास्ता रखने वाले कांग्रेस द्वारा मुरैना से मैदान मे उतारे गए प्रत्याशी सत्यपाल सिंह सिकरवार पिछले विधानसभा चुनाव से पहले तक भाजपा में थे। 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा से चुनाव लड़कर विधायक चुने गए थे। 2020 में पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण उन्हें भाजपा ने निष्कासित कर दिया था। उनके भाई सतीश सिकरवार ग्वालियर से कांग्रेस विधायक और उनकी भाभी ग्वालियर की महापौर हैं।
मुरैना लोकसभा क्षेत्र
मुरैना लोकसभा क्षेत्र दो जिलों श्योपुर और मुरैना जिलों की 8 सीटों को मिलाकर बना है। इसमें श्योपुर जिले की दो सीट श्योपुर एवं विजयपुर एवं मुरैना जिले की 6 सीटें सबलगढ़, जौरा, सुमावली, दिमनी, मुरैना, अंबाह शामिल हैं।
मुरैना लोकसभा का चुनावी इतिहास
मुरैना लोकसभा सीट पर अब तक हुए चुनाव भाजपा का पलड़ा भारी रहा है। भाजपा ने यहां 7 चुनाव जीते हैं एवं भारतीय जनसंघ ने भी 1 चुनाव में जीत दर्ज की है। कांग्रेस ने यहां 6 बार जीत का परचम लहराया है। वहीं जनता पार्टी एक बार और एक बार निर्दलीय ने भी जीत दर्ज की है।
मतदाता
मुरैना लोकसभा सीट मे 20 लाख से ज्यादा मतदाता हैं। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 10 लाख 70 हजार एवं महिला मतदाताओं की संख्या 9 लाख 34 हजार है। थर्ड जेंडर के 24 मतदाता भी वोट डालेंगे।