Dec 20, 2022
कांग्रेस का प्रस्ताव मंजूर, कल होगी अविश्वास पर बहस
मप्र विधानसभा में शीतलकालीन सत्र के दूसरे दिन विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। है। उन्होंने इसकी जानकारी भी दी। अब इस पर कल बुधवार को चर्चा संभावित है। ज्ञात हो कांग्रेस ने करीब सौ पेज का आरोप पत्र कल सौंपा था। दोनों पक्षों के बीच जोरदार चर्चा के आसार हैं। इधर प्रश्नकाल में आज छिंदवाड़ा के परासिया से बाल्मीकि ने जिले में का मुद्दा उठाया। इस पर कमलनाथ ने कहा कि विधायक की बात सही है। इससे मैं सहमत हूं। छिंदवाड़ा जिले के साथ भेदभाव किया जा रहा है। इसके जवाब में शहरी विकास और आवास मंत्री ओपीएस भदौरिया ने कहा- सबसे ज्यादा विकास छिंदवाड़ा और जीतू पटवारी की विधानसभा में हुए हैं। बाद में सत्तापक्ष ने कमलनाथ के बयान पर हंगामा किया। इस पर हंगामेदार बहस हुई।
कांग्रेस विधायक फुंदेलाल बिजली बिलों का एप्रन पहनकर विधानसभा पहुंचे। विधायक का आरोप है कि न बिजली है, न मीटर, फिर भी आदिवासियों के बिजली के बिल आ रहे हैं। इसमें किन सरकार में 100 रुपए में 100 यूनिट बिजली मिलती थी। इसे भाजपा ने बंद कर दिया है।
सदन में हुआ हंगामा
स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा- उपचुनाव में आप लोग आए थे मुझे जनता ने 64 हजार मतों से जिताया। हंगामे को लेकर विधायक कृष्णा गौर ने कहा- ये गंभीर मामला है। हंगामे पर स्पीकर ने कहा- जैसे तैसे महिलाओं का नंबर आता है। आप लोग क्या चाहते हैं कि महिलाओं को बोलने का मौका न मिले ? प्रभुराम ने कहा- 16 कारोबारियों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं। मामला कोर्ट में लंबित है। कृष्णा गौर ने कहा- मैं अपना सवाल उठाने में सक्षम हूं, कोई बीच में न बोले जो मामले विवेचनाधीन हैं, इसका मतलब है कि वो मामले कोर्ट अधिकारियों की लापरवाही है। पहली बार मेरा प्रश्न लगा -शेरा: सुरेंद्र सिंह शेरा ने कहा- अगर एक ही सवाल का जवाब देने में लंबा समय लगाया जाएगा, तो नए विधायकों को बोलने का कब मौका मिलेगा। शेरा ने कहा- 50 साल में पहली बार मेरा प्रश्न लगा है। लांजी से कांग्रेस विधायक हिना कांवरे ने कहा- आंगनबाड़ी केंद्रों में दर्ज बच्चों के आधार पर खाना पकाया जाता है। जबकि, स्व सहायता समूह को उपस्थिति के आधार पर भुगतान होता है। आंगनबाड़ी केंद्रों में मिलने वाले भोजन में 15 प्रतिशत कमीशन लिया जाता है।
कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव पर गृह मंत्री ने ली चुटकी
विधानसभा में कांग्रेस की ओर से सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चुटकी लेते हुए गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने आज कहा कि नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह को अविश्वास प्रस्ताव तो पूर्व मु यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ लाना चाहिए था। डॉ. मिश्रा ने संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कहा कि डॉ सिंह को अविश्वास प्रस्ताव श्री कमलनाथ के खिलाफ लाना चाहिए था, जिनके नेतृत्व में विधायकों ने उस समय पाला बदल लिया।
मिलावट पर मुखर विधायक
गोविंदपुरा क्षेत्र से विधायक कृष्णा गौर ने कहा- अशुद्ध और मिलावटी खाद्य सामग्री सेहत पर बुरा असर डालती है। कैंसर जैसे रोग पैदा करती है। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट का हवाला देते हुए स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी से पूछा- जो पांच सैंपल पनीर के लिए गए थे, उसकी एक दिन बाद रिपोर्ट आ गई। मामला कोर्ट में भी भेजा गया। जांच में सैंपल अमानक पाया गया। इसके बावजूद इस मामले को न्यायालय में पेश नहीं किया गया। ये अधिकारियों की लापरवाही है। मंत्री प्रभुराम चौधरी ने जवाब देना शुरू किया, तो विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। मंत्री ने कहा- आप लोग सुन लीजिए जो काम आप लोगों ने नहीं किए, वो मप्र सरकार कर रही है। इस पर कांग्रेस विधायक सोहन बाल्मीक ने कहा कि ये खुद मिलावटी हैं।