Sep 29, 2024
शुक्रवार शाम महाकालेश्वर मंदिर से सटी दीवार गिरने से दो लोगों की मौत और दो अन्य के घायल होने के बाद शनिवार को उज्जैन नगर निगम (यूएमसी) हरकत में आया और सालों से अवैध रूप से फूल, प्रसादी बेचकर कारोबार कर रहे 100 से अधिक विक्रेताओं की दुकानें हटा दीं.
कुछ लोगों ने विरोध किया, लेकिन पुलिस बल के चलते व्यवसायी सभी दुकानें हटाने को राजी हो गए. महाकाल मंदिर के पास हुए हादसे में जान गंवाने वाले दोनों व्यक्ति फूल और प्रसाद विक्रेता थे. जिस जगह हादसा हुआ, उसके पास बड़े गणेश मंदिर वाली गली में स्मार्ट रोड पर बड़ी संख्या में अवैध दुकानें चल रही थीं. सभी दुकानें जर्जर दीवार के सहारे चल रही थीं.
शनिवार को यूएमसी ने इन विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई करते हुए सभी दुकानें हटा दीं.
मृतक के परिवार ने 50 लाख रुपय की मांग की
दीवार गिरने से मृत अजय नाथ के परिजनों ने शनिवार दोपहर यहां आगर रोड पर शव रखकर प्रदर्शन किया. परिजन एक सदस्य को सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपये मुआवजे की मांग कर रहे थे. सुबह जिला अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम किया गया. शिवशक्ति नगर निवासी अजय (30) पुत्र प्रेमनाथ योगी महाराजवाड़ा मैदान की दीवार के पास फूल प्रसाद की दुकान पर काम करता था. परिजनों ने बताया कि अजय दो माह पहले दुकान पर काम करने गया था. वह अपने माता-पिता, पत्नी और दो बच्चों के साथ रहता था. उसकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. हादसे में उसकी मौत से परिवार का गुजारा मुश्किल हो जाएगा. सरकार ने हादसे में मारे गए लोगों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. परिजनों ने कहा कि 4 लाख रुपये किसी काम के नहीं हैं. एसडीएम एलएन गर्ग और पुलिस अधिकारियों द्वारा परिजनों को उनकी मांगों को राज्य सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिए जाने के बाद प्रदर्शन खत्म हुआ. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि नाले की उचित व्यवस्था न होने के कारण दीवार गिरी और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.