Oct 18, 2024
Maharashtra Elections 2024 : महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद से ही कांग्रेस गठबंधन में दरार आ रही है. सीट बंटवारे के मुद्दे पर कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की पार्टी शिव सेना यूबीटी के बीच भी विवाद की खबरें है. उधर, एमवीए (MVA) बैठक में न बुलाए जाने पर समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अबू आजमी ने भी कांग्रेस से नाराजगी जताई है.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी आज से खुद प्रचार के लिए मैदान में उतर गये हैं. गठबंधन में सीटों को लेकर तनाव के बीच अखिलेश ने कांग्रेस के समर्थन के बिना मालेगांव और धुले में रैलियां की हैं. सपा के इस रवैये से पता चलता है कि वह भी शायद कांग्रेस से खफा तो है.
क्या महाराष्ट्र में मध्यप्रदेश रिपीट होता दिख रहा है
लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुए थे. उस समय I.N.D.I.A. गठबंधन में कांग्रेस और सपा के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर आखिरी वक्त तक बातचीत चलती रही और आखिरकार तब विवाद खड़ा हो गया जब कांग्रेस ने सपा के साथ बिना गठबंधन किये ही अपने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी. इस चुनाव में सपा ने 12 सीटें मांगी थीं.
सपा नेताओं को उम्मीद थी कि कांग्रेस गठबंधन में उन्हें आठ से दस सीटें मिल सकती हैं, लेकिन कांग्रेस के इनकार करने से मामला गरमा गया. बाद में सपा ने अकेले ही अपने उम्मीदवार उतार दिये. इन विधानसभा चुनावों में सपा अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी. कांग्रेस का प्रदर्शन भी अच्छा नहीं रहा था. अब यही महाराष्ट्र में भी रिपीट होता दिख रहा है.
महाराष्ट्र में मध्य प्रदेश की बात क्यों?
अब ऐसी ही स्थिति महाराष्ट्र चुनाव में देखने को मिल रही है. सपा एक दर्जन सीटों पर दावेदारी कर रही है. एसपी ने हरियाणा चुनाव में भी गठबंधन की मांग की, लेकिन वहां भी पार्टी की बात नहीं बन पाई.
अब महाराष्ट्र में एसपी की सक्रियता कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरद पवार) के लिए स्पष्ट संदेश है कि गठबंधन हो या न हो, पार्टी मैदान में उतरेगी. सीटों के नाम गिनाते हुए महाराष्ट्र एसपी अध्यक्ष अबू आजमी ने कहा कि हम पूरी तरह से तैयार हैं और अगर गठबंधन में सीटें नहीं मिलती हैं तो हम अखिलेश यादव से चर्चा के बाद अकेले चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं. अगर सपा अकेले चुनाव लड़ती है और मुस्लिम वोट बंटते हैं तो एमवीए (MVA) जिम्मेदार होगी.