Dec 11, 2022
लखीमपुर खीरी के तिकुनिया हिंसा मामले के एक गवाह के भाई ने उस पर विपक्ष द्वारा जानलेवा हमले का आरोप लगाया है। वहीं आरोप है कि तहरीर देने के बाद भी थाना प्रभारी राजू राव ने न तो तहरीर ली और न ही घायलों का इलाज कराया।
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम कल्हौरी निवासी अंगरेज सिंह के 25 वर्षीय पुत्र सर्वजीत सिंह ने शनिवार को पुलिस को बताया कि वह 9 दिसंबर की रात करीब 10 बजे अपने दोस्त के यहां मुंडन संस्कार पार्टी में शामिल होने के लिए शिव पैलेस गया था। आरोप है कि उसका भाई तिकुनिया हिंसा में चश्मदीद है।
जहां विपक्ष व मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा मोनू का खास आदमी विकास चावला पहले से ही मौजूद था। आरोप है कि जैसे ही विकास ने उसे पार्टी में देखा तो वह अपने अन्य साथियों के साथ तलवार लेकर आया और गाली-गलौज करते हुए तलवार से हमला कर दिया।
मामले में घायल सर्वजीत सिंह के भाई प्रभुजीत सिंह, जो तिकुनिया हिंसा के चश्मदीद भी हैं, ने बताया कि शनिवार को उन्होंने थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन थाना प्रभारी राजू राव थाने में न तो न तो शिकायत ली और न ही मुकदमा दर्ज किया। मेडिकल भी नहीं किया। उसे अपने घायल भाई को गंभीर हालत में लखीमपुर के एक निजी ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराना पड़ा। वहीं कोतवाली प्रभारी राजू राव का कहना है कि उन्हें तहरीर ही नहीं मिली है।