Dec 11, 2025
मध्यप्रदेश में रिकॉर्ड तोड़ ठंड का कहर, पारा 3 डिग्री तक लुढ़का, पूरे दिसंबर कड़ाके की सर्दी जारी
मध्यप्रदेश इस समय अब तक की सबसे भीषण ठंड की चपेट में है। सीजन में पहली बार कई स्थानों पर न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। उत्तर से आ रही बर्फीली हवाओं, लगातार सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और तेज जेट स्ट्रीम के कारण पूरे प्रदेश में शीतलहर का प्रकोप बना हुआ है। मौसम विभाग ने अगले कई दिनों तक इसी तरह की कड़ाकी ठंड रहने की चेतावनी दी है।
सबसे ठंडा रहा शहडोल का कल्याणपुर
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान शहडोल जिले का कल्याणपुर रहा, जहां न्यूनतम तापमान 3.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उमरिया में 4.9, पचमढ़ी-राजगढ़ में 5.2, रीवा में 5.8 और इंदौर में 5.4 डिग्री तापमान रिकॉर्ड हुआ। भोपाल में लगातार छठवें दिन शीतलहर चली और पारा 6.8 डिग्री तक गिर गया।
बड़े शहरों में भी कंपकंपी
इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर जैसे प्रमुख शहरों में भी रात का तापमान 10 डिग्री से काफी नीचे रहा। इंदौर में 25 साल और भोपाल में नवंबर में 84 साल पुराना रिकॉर्ड टूट चुका है। दिसंबर में भी कई शहरों में पिछले दस साल के सबसे कम तापमान के रिकॉर्ड टूट रहे हैं।
जेट स्ट्रीम और बर्फीली हवाएं बनीं मुख्य वजह
इस बार उत्तर भारत में 12 किलोमीटर की ऊंचाई पर 222 किमी/घंटा की रफ्तार से बह रही जेट स्ट्रीम ने ठंड को और तीव्र कर दिया है। हिमाचल, जम्मू-कश्मीर व उत्तराखंड में समय से पहले हुई बर्फबारी के कारण मैदानी इलाकों में बर्फीली उत्तरी हवाएं तेजी से पहुंच रही हैं। ला नीना का प्रभाव भी इस सर्दी को असामान्य रूप से कष्टदायक बना रहा है।
आगे और बढ़ेगी ठंड
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 13 दिसंबर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिससे ठंडी हवाएं और तेज होंगी। दिसंबर भर कड़ाके की ठंड पड़ने के आसार हैं, जबकि जनवरी में 20-22 दिन तक कोल्ड वेव चलने की संभावना जताई जा रही है। लोगों को भारी गर्म कपड़े, हीटर और जरूरी सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है।







