Jul 29, 2024
मध्यप्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे और भोपाल उत्तर सीट से 6 बार के विधायक रहे अरिफ अकील का निधन आज सुबह हो गया है. इस खबर से पूरे प्रदेश कांग्रेस संगठन में शोक की लहर है. अरिफ अकील प्रदेश सरकार में मंत्री भी रहे है. पहली बार 1990 में अरिफ अकील विधायक चुनकर आये थे. 2023 का विधानसभा का चुनाव उन्होने तबीयत खराब होने की वजह से नहीं लड़ा था. जिस कारण से उनके बेटे अतिफ अकील ने चुनाव लड़ा था औऱ वो भी भोपाल उत्तर से चुनाव जीतने में कामयाब रहे थे.
लंबे समय से बीमार चल रहे थे कांग्रेस के सीनियर नेता
प्रदेश कांग्रेस के सीनियर नेता के चर्चे भोपाल से लेकर दिल्ली तक रहे थे. एक तरफ उनका लगातार विधायक बनने का रिकार्ड तो दूसरी तरफ लोगो से सीधे जुड़ने का तरीका. कुछ वक्त से उनकी तबीयत ठीक नहीं बताई जा रही थी. अपने स्वास्थ के साथ लंबी लड़ाई लड़ने के बाद आज 72 साल की उम्र में कांग्रेस के सीनियर नेता आरिफ अकील ने दुनिया को अलविदा कह दिया. उन्हे रविवार को सीने में दर्द की वजह से हॉस्पिटल में एडमिट किया गया था. जिसके बाद रविवार सुबह उन्होने अंतिम सांस ली.
दो बार प्रदेश सरकार में मंत्री भी रहे
आरिफ अकील प्रदेश की कांग्रेस सरकार में मंत्री भी रह चुके थे. वों दो बार प्रदेश में मंत्री बन चुके थे. आरिफ अकील के पास अल्पसंख्यक कल्याण , जेल . खाद विभाग का मंत्रालय रह चुका था.
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने जताया शोक
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आरिफ अकील के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होने आरिफ अकील को अपना पारिवारिक मित्र बताते हुए कहा है की हमारा संबंध 40 सालों का था.
ऐसा था आरिफ अकील का विधानसभा में दबदबा
1990 में पहली बार भोपाल उत्तर सीट से निर्दलीय विधायक बने
1993 में आरिफ को बीजेपी के रमेश शर्मा ने चुनाव हरा दिया
1998 से लेकर लगातार 2018 तक आरिफ अकील ही भोपाल उत्तर से विधायक बनते रहे.